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ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ऐतिहासिक उदाहरण, स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कि हमारा संविधान और लोकतंत्र देश की सबसे बड़ी ताकत हैं. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इतिहास में दर्ज एक मिसाल बताया. इस अभियान ने आत्मनिर्भर भारत की सुरक्षा सक्षमता और राष्ट्रीय एकता को उजागर किया.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि 15 अगस्त सिर्फ स्वतंत्रता का उत्सव नहीं है, बल्कि हर भारतीय के आत्माविश्वास और गौरव का प्रतीक है. उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारा संविधान और लोकतंत्र सर्वोपरि हैं और यही देश की सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि उनके बलिदानों की वजह से आज हमें आजादी मिली.

लोकतंत्र और मताधिकार

राष्ट्रपति ने याद दिलाया कि आज़ादी के बाद भारत ने लोकतांत्रिक संस्थान मजबूत किए और हर वयस्क को मतदान का अधिकार दिया गया. चुनौतियों के बावजूद रत ने लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखा. उन्होंने बताया कि संविधान की चार मूलभूत संस्थाएं न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भ्रातृत्वही हमें समाज के साथ जोड़कर रखती हैं.

ऑपरेशन सिंदूर का किया जिक्र

राष्ट्रपति ने हालिया ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई में एक ऐतिहासिक मिसाल के रूप में दर्ज होगा. उन्होंने पहलगाम में निर्दोषों पर हुए हमले को 'कायरतापूर्ण और पूरी तरह अमानवीय' बताया. उन्होंने कहा कि इस घटना पर भारत ने “निर्णायक तरीके से और दृढ़ संकल्प के साथ” जवाब दिया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि हमारी सेनाएं किसी भी स्थिति का सामना करने को तैयार हैं. 

राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर आत्मनिर्भर भारत मिशन का परीक्षण मामला था. इसमें उपयोग में लाई गई स्वदेशी सिस्टम जैसे कि आकाश और ब्रह्मोस मिसाइलें ने यह साबित किया कि देश रक्षा क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है. परिणाम साफ दिखाते हैं कि यह दिशा सही है. 

भारत की सबसे बड़ी ताकत

राष्ट्रपति ने कहा कि इस ऑपरेशन में सबसे खास बात यह थी कि हम एकजुट रहे. जब विभाजन-चाहने वाले हमें विभाजित करना चाहते थे, भारत ने एकता के साथ जवाब दिया. संसद में बीसों दलों ने इसे वैश्विक स्तर पर समझाने में एकजुटता दिखाई. दुनिया ने देखा कि भारत आक्रामक नहीं है, लेकिन जरूरत पड़ने पर नागरिकों की रक्षा में पीछे नहीं हटेगा. 

आत्मनिर्भरता की राह

राष्ट्रपति ने अपनी बात जारी रखते हुए भारत की आर्थिक उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि भारत तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है; ग्रामीण इलाकों में 4G उपलब्धता और डिजिटल भुगतान में अग्रणी बने है. उन्होंने संसद के पूरे लोकतांत्रिक हस्तक्षेप का उल्लेख कर देश की लोकतांत्रिक मजबूती की तारीफ की.

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14 August 2025, 08:42 PM IST

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