ISIS के सरगना साकिब नाचन का सफदरजंग अस्पताल में निधन
आईएसआईएस पुणे मॉड्यूल मामले में आरोपी साकिब नाचन का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में ब्रेन हैमरेज के कारण निधन हो गया है. वह 2023 से तिहाड़ जेल में बंद था.

प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के पूर्व पदाधिकारी और पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल केस में आरोपी साकिब नाचन का निधन हो गया है. 57 वर्षीय नाचन दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती थे, जहां ब्रेन हैमरेज के कारण उनकी मौत हो गई. उन्हें भारत में आतंकी संगठन आईएसआईएस के प्रमुख चेहरों में से एक माना जाता था.
तबीयत बिगड़ने पर लाया गया था अस्पताल
मूल रूप से महाराष्ट्र के ठाणे जिले के पडघा क्षेत्र निवासी साकिब को कुछ दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया था. वह तिहाड़ जेल में बंद था और 24 जून को हालत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती किया गया. इलाज के दौरान शनिवार दोपहर करीब 12 बजे उसने दम तोड़ दिया. डॉक्टरों के अनुसार, नाचन को ब्रेन हैमरेज हुआ था और उसकी स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी.
मौत के बाद पुलिस ने नाचन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जिसके बाद परिवार को सौंप दिया गया. सूत्रों के अनुसार, उसका अंतिम संस्कार रविवार को ठाणे के बोरीवली गांव में किया जाएगा. नाचन की मौत को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं. भिवंडी और पडघा क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और निगरानी रखी जा रही है.
एनआईए ने 2023 में चलाए गए देशव्यापी अभियान में साकिब नाचन को गिरफ्तार किया था. एजेंसी का आरोप था कि नाचन आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार करता था और आतंकियों को विस्फोटक उपकरणों के निर्माण और इस्तेमाल की ट्रेनिंग देता थ. पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल केस में वह मुख्य अभियुक्तों में से एक था.
कट्टरपंथी संगठनों में साकिब की सक्रियता
इतना ही नहीं, साकिब नाचन को 2002-03 के मुंबई धमाकों के मामले में दोषी करार दिया गया था. जेल से छूटने के बाद उसने कट्टरपंथी संगठनों में फिर से सक्रियता बढ़ाई और युवाओं को आईएसआईएस से जोड़ने का काम किया. एनआईए के अनुसार, वह युवाओं से खलीफा के लिए निष्ठा की शपथ भी दिलवाता था.


