इस्तीफे की रात ही शुरू की पैकिंग... जगदीप धनखड़ जल्द छोड़ेंगे उपराष्ट्रपति आवास
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा देकर उपराष्ट्रपति एन्क्लेव खाली करना शुरू कर दिया, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई. कांग्रेस ने स्वास्थ्य कारणों के पीछे गंभीर राजनीतिक संकेत होने की आशंका जताई है.

भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद उपराष्ट्रपति एन्क्लेव खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक, धनखड़ ने इस्तीफे की रात से ही अपने सामान समेटना शुरू कर दिया था, जबकि उनका इस्तीफा आधिकारिक तौर पर एक दिन बाद स्वीकार किया गया. इस अप्रत्याशित फैसले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, क्योंकि विपक्ष के कई नेताओं ने उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन समय ना मिल पाने के कारण वे मुलाकात नहीं कर सके. कांग्रेस ने उनके स्वास्थ्य कारणों के हवाले से दिए गए इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए इसे एक गंभीर राजनीतिक संकेत करार दिया है.
इस्तीफे की रात शुरू की पैकिंग
सूत्रों के अनुसार, जगदीप धनखड़ ने जिस रात अपना इस्तीफा सौंपा, उसी रात उन्होंने उपराष्ट्रपति निवास छोड़ने की तैयारी शुरू कर दी थी. उनका आधिकारिक इस्तीफा अगले दिन स्वीकार किया गया, लेकिन उन्होंने एक पल की भी देरी नहीं की. सूत्रों ने बताया कि विपक्षी दलों के कई नेताओं ने धनखड़ से मुलाकात के लिए समय मांगा था, लेकिन व्यस्तता के कारण वे किसी से भी नहीं मिल पाए. शिवसेना नेता संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने भी मंगलवार को उनसे मिलने का समय मांगा था, परंतु उन्हें भी समय नहीं मिल सका.
74 साल की उम्र में छोड़ा पद
धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति पद संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक निर्धारित था. उन्होंने सोमवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया, हालांकि राजनीतिक हलकों में इसे लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं. धनखड़ ने पिछले साल अप्रैल में चर्च रोड स्थित नए उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में निवास ग्रहण किया था, जो संसद भवन परिसर के पास है. ये भवन सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत बनाया गया है और इसमें उपराष्ट्रपति का निवास और कार्यालय दोनों शामिल हैं.
15 महीने बाद छोड़ रहे एन्क्लेव
करीब 15 महीने तक इस आवास में रहने के बाद अब धनखड़ को इसे खाली करना पड़ रहा है. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने पहले ही सारे आवश्यक इंतजाम कर लिए हैं और उनके स्टाफ द्वारा ट्रांजिशन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. धनखड़ के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस्तीफे के पीछे सिर्फ स्वास्थ्य कारण नहीं हो सकते, इसके पीछे और भी गंभीर राजनीतिक कारण हो सकते हैं. यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं को और हवा दे रहा है.
जानकारों के अनुसार, राज्यसभा में सोमवार को हुए कुछ अप्रत्याशित घटनाक्रमों ने केंद्र सरकार को भी चौकन्ना कर दिया. एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि धनखड़ के कुछ फैसलों ने सरकार को असहज कर दिया और ये इस्तीफा उसी का परिणाम हो सकता है.


