श्रीनगर में झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर, तबाही की आशंका... जम्मू-कश्मीर में अलर्ट जारी
जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के बाद झेलम और अन्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया और कई लोग फंसे, हाईवे बंद और जान-माल का नुकसान हुआ.

Jammu Kashmir Flood: जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के बाद भारी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. मंगलवार और बुधवार की तेज बारिश के चलते झेलम नदी ने अनंतनाग के संगम और पंपोर में खतरे का निशान पार कर लिया है. इस दौरान कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, दर्जनों लोग फंसे हुए हैं और प्रमुख हाईवे बंद हो गए हैं. प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और किसी भी जलस्रोत के पास जाने से बचने की चेतावनी जारी की है.
राहत और बचाव कार्य जारी हैं. पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों ने प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत अभियान शुरू कर दिया है, जबकि संवेदनशील क्षेत्रों में इमरजेंसी हेल्पलाइन सक्रिय कर दी गई है. राज्य के अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.
#WATCH | Jammu and Kashmir: Heavy rains submerge large parts of Anantnag. pic.twitter.com/aATsiQfQ6P
— ANI (@ANI) September 3, 2025
झेलम नदी और अन्य नदियों का हाल
अधिकारियों के अनुसार, संगम में झेलम नदी का जलस्तर 25 फीट के खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. पंपोर में भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है. श्रीनगर के राम मुंशीबाग में नदी का स्तर चेतावनी सीमा 18 फीट के करीब पहुंच गया है. पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों ने राहत और बचाव अभियान तेज कर दिया है.
जान-माल का नुकसान
राजौरी के सुंदरबनी में एक महिला और उसकी बेटी की भारी बारिश के कारण मकान गिरने से मौत हो गई. अखनूर में चेनाब नदी के खतरे के स्तर से चार फीट ऊपर बहने से करीब 40 लोग फंसे हुए थे, जिन्हें SDRF और पुलिस टीमों द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. पक्का डांगा क्षेत्र के काली झानी मोहल्ला में भी एक पुराना मकान ढह गया, जिसमें तीन लोग फंसे हुए थे और उन्हें सुरक्षित निकाला गया.
स्थानीय विधायक युधवीर सेठी ने राहत कार्यों की निगरानी करते हुए डिप्टी कमिश्नर को पुराने और असुरक्षित मकानों को ढहाने का निर्देश दिया. अनंतनाग पुलिस ने लिड्डर नाले में अचानक जलस्तर बढ़ने के बाद पुल के नीचे फंसी 25 खानाबदोश परिवारों को बचाया. कुलगाम में वैषोव नाला के उफान के कारण ब्राजलू गांव की पांच परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
यातायात और संपर्क बाधित
क्षेत्र में कई प्रमुख मार्ग बंद हो गए हैं. उधमपुर से बनिहाल के बीच कई भूस्खलन के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार दूसरे दिन बंद है. मुगल रोड, जम्मू-श्रीनगर-लेह हाईवे और जम्मू-किश्तवार हाईवे भी बंद हैं. वैली और जम्मू क्षेत्र के स्कूल और कॉलेज बंद रहे. कश्मीर यूनिवर्सिटी और अन्य शैक्षणिक संस्थानों ने निर्धारित परीक्षाओं को स्थगित कर दिया. केत्रा से माता वैष्णो देवी की यात्रा लगातार नौवें दिन स्थगित रही, जहां 200 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो जम्मू क्षेत्र में सबसे ज्यादा है.


