CM सिद्धारमैया की खिसक जाएगी कुर्सी? कर्नाटक में 'सियासी तख्तापलट' पर खरगे का बड़ा बयान
कर्नाटक में कांग्रेस के सत्ता में लौटने के बाद, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच 2.5 साल के सत्ता-साझेदारी समझौते की अटकलें सामने आईं.

Karnataka Chief Minister: कर्नाटक की सियासत में एक बार फिर से हलचल तेज हो गई है. मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस के भीतर चल रही चर्चाओं ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई भी फैसला पार्टी हाईकमान ही लेगा. पिछले कुछ दिनों से कर्नाटक में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार में बदलाव की अटकलें जोर पकड़ रही थीं. कुछ कांग्रेस नेताओं के बयानों ने इस चर्चा को और हवा दी, जिसके बाद खरगे का यह बयान सियासी माहौल को शांत करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस के भीतर चल रही खींचतान अब खुलकर सामने आ रही है. कुछ समय पहले कांग्रेस विधायक एचए इकबाल हुसैन ने दावा किया था कि अगले दो-तीन महीनों में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल सकता है. इसके अलावा, सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना के एक बयान ने भी इस आग में घी डालने का काम किया. इन बयानों ने सियासी हलकों में हंगामा मचा दिया, जिसके बाद सबकी नजरें कांग्रेस हाईकमान पर टिक गईं.
खरगे का सख्त जवाब
इन सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने साफ शब्दों में कहा, "यह पार्टी हाईकमान के हाथ में है. यह हाईकमान पर छोड़ दिया गया है और उन्हें आगे की कार्रवाई करने का अधिकार है लेकिन किसी को भी बेवजह समस्या पैदा नहीं करनी चाहिए." खरगे का यह बयान न केवल पार्टी नेताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत देती है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कांग्रेस आलाकमान इस मुद्दे पर किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेगा.
सियासी स्थिरता पर सवाल
कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार के सामने पहले से ही कई चुनौतियां हैं. विपक्षी दलों, खासकर बीजेपी और जेडी(एस), ने इस सियासी उठापटक को भुनाने की कोशिश शुरू कर दी है. ऐसे में खरगे का बयान न केवल पार्टी के भीतर एकता बनाए रखने की कोशिश है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपनी सरकार को स्थिर रखने के लिए प्रतिबद्ध है.


