लीक हुए पत्र पर कविता का फूटा गुस्सा, बीआरएस छोड़कर बना सकती हैं नई पार्टी
बीआरएस प्रमुख केसीआर को लिखे पत्र के लीक होने से नाराज़ एमएलसी के कविता ने पार्टी के भीतर गुटबाजी और भाजपा में विलय की कोशिशों पर सवाल उठाए. उन्होंने नई पार्टी शुरू करने की संभावना से भी इनकार नहीं किया.

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के कविता ने अपने पिता और पार्टी प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) को लिखे एक निजी पत्र के लीक होने पर अपनी ही पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. एक प्रेस वार्ता में कविता ने न केवल पत्र के लीक होने पर चिंता जताई, बल्कि पार्टी के भीतर हो रही अंदरूनी साज़िशों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संभावित गठजोड़ को लेकर भी नाराज़गी जताई.
किसने लीक किया पत्र?
कविता ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में सैकड़ों पत्र लिखे हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. उन्होंने पूछा कि इस पत्र को लीक किसने किया? उस व्यक्ति को क्यों नहीं ढूंढा जा रहा? मुझ पर ताकत दिखाने से क्या मिलेगा? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग केसीआर का नाम लेकर उनके पास आए और उन्हें गुमराह किया.
बीआरएस के भाजपा में विलय का प्रस्ताव
उन्होंने यह भी दावा किया कि जब वे जेल में थीं, तब बीआरएस के भाजपा में विलय का प्रस्ताव उनके पास लाया गया था, जिसे उन्होंने सख्त शब्दों में ठुकरा दिया था. कविता ने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि बीआरएस को भाजपा में मिला देने की योजना बनाई जा रही है. मैं तब भी इसके खिलाफ थी और आज भी हूं. अगर ऐसा होता है, तो लाखों कार्यकर्ता हतोत्साहित हो जाएंगे.
कविता ने स्पष्ट किया कि वह केसीआर के नेतृत्व में ही काम करेंगी, न कि किसी और के. उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी से अलग करने की कोशिश की जा रही है. जब उनसे नई पार्टी बनाने की संभावना पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं इससे इनकार क्यों करूं? भविष्य में क्या होगा, कोई नहीं जानता.
हराने की साज़िश
उन्होंने पार्टी के कुछ अंदरूनी लोगों पर हाल के चुनावों में उन्हें हराने की साज़िश रचने का भी आरोप लगाया. कविता ने कहा कि बीआरएस इतनी कमजोर क्यों हो गई है? क्या हमारे बीच कोई भाजपा के एजेंट हैं? उन्होंने पार्टी नेतृत्व से भीतर के गद्दारों पर कार्रवाई की मांग की और कहा कि यदि इन्हें नहीं रोका गया, तो भाजपा और कांग्रेस को बढ़ने का मौका मिलेगा.
मीडिया और सोशल मीडिया के एक वर्ग पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पेड कलाकार मेरे खिलाफ झूठ फैलाते हैं. पार्टी की बेटी को बदनाम किया जा रहा है, लेकिन नेतृत्व चुप है. जब मैं बोलना शुरू करूंगी, तब सबको जवाब मिलेगा.
कविता ने चेताया कि बीआरएस को सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहना चाहिए और गांवों में कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की आवश्यकता है. उन्होंने पार्टी से गंभीर आत्मचिंतन और ठोस कार्रवाई की मांग की.


