खड़गे ने भगदड़ पर साधा निशाना: कुंभ-कोविड में जानें गईं, तब इस्तीफे क्यों नहीं मांगे?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 4 जून को बेंगलुरु में हुई भगदड़ को दुर्घटना बताते हुए कहा कि जानबूझी गलती साबित होने पर कार्रवाई होगी. यह बयान मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री के इस्तीफे की भाजपा मांग के बीच आया.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 4 जून को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को एक दुर्घटना बताते हुए कर्नाटक सरकार का बचाव किया. इस हादसे में 11 लोगों की जान गई थी. भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री से इस्तीफे की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने घटना पर खेद प्रकट किया है.
खड़गे ने मीडिया से क्या कहा?
खड़गे ने मीडिया से कहा कि यह निश्चित रूप से एक दुखद घटना है, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं. उत्तर प्रदेश के कुंभ मेले या कोविड के समय हुई त्रासदियों में क्या किसी ने इस्तीफा दिया था? उन्होंने पूछा कि जब कुंभ में बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे या कोविड में ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान गई थी, तब भाजपा की चुप्पी क्यों थी?
कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर दिया कि सरकार किसी भी लापरवाही की जांच करेगी और अगर जानबूझकर कोई गलती हुई हो तो कार्रवाई की जाएगी.
क्या दुखद घटनाओं पर राजनीति कर रही भाजपा?
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी इसी तरह का रुख अपनाया और भगदड़ पर भाजपा की आलोचना को राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश करार दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा दुखद घटनाओं पर राजनीति कर रही है और लोगों को भटकाने के लिए गलत सूचना फैला रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कुंभ मेले में 40-50 लोग मरे, या फ्लाईओवर गिरने से 140 लोगों की जान गई, तब क्या भाजपा ने किसी बड़े नेता से इस्तीफा मांगा? उन्होंने गोधरा कांड और चामराजनगर के ऑक्सीजन संकट जैसे कई उदाहरण भी दिए, जब भाजपा ने चुप्पी साध रखी थी.
सिद्धारमैया ने भरोसा दिलाया कि जांच पूरी होने के बाद सरकार आवश्यक कार्रवाई जरूर करेगी, लेकिन भाजपा की मौजूदा मांग को उन्होंने अवसरवाद बताया.