तेल की कमी या गर्मी का असर? जानिए विमान दुर्घटना के पीछे की संभावित वजहें
विमान दुर्घटना की जांच भारत के एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने शुरू कर दी है, जिसमें अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड और ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच तकनीकी सहयोग दे रही हैं. इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की.

अहमदाबाद से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हुआ एयर इंडिया का विमान अब कई सवालों के घेरे में है. उड़ान के चंद सेकेंड बाद ही हादसे का शिकार होने की वजह क्या रही, इसे लेकर जांच शुरू हो गई है. प्रारंभिक रिपोर्टों के आधार पर तकनीकी खराबी से लेकर पर्यावरणीय कारणों तक कई संभावनाएं सामने आ रही हैं.
विमानों की जांच का आदेश जारी
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8/9 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच का आदेश जारी किया है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद पहुंचकर हालात की समीक्षा की और हादसे में घायल लोगों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि यह त्रासदी शब्दों से परे है और पूरा देश पीड़ितों के साथ खड़ा है.
बड़े सवाल यह हैं कि दुनिया के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले विमानों में से एक ड्रीमलाइनर आखिर उड़ान के शुरुआती क्षणों में ही क्यों गिर गया? क्या दोनों इंजन एक साथ फेल हो गए? क्या फ्यूल सप्लाई बाधित हुई या कोई इलेक्ट्रिकल फॉल्ट था? क्या पक्षी टकराया या फिर अत्यधिक गर्मी और विमान का ओवरलोड कारण बना?
विमान दुर्घटना की जांच भारत का एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो कर रहा है, जिसमें अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड और ब्रिटेन की एयर एक्सिडेंट्स इनवेस्टिगेशन ब्रांच तकनीकी सहायता दे रही हैं.
अब तक 265 शव अस्पताल लाए गए
प्रधानमंत्री मोदी ने क्रैश साइट और अहमदाबाद सिविल अस्पताल का दौरा किया, साथ ही हादसे में बचे एकमात्र यात्री विश्वास कुमार रमेश से मुलाकात की. इस दुर्घटना में अब तक 265 शव अस्पताल लाए गए हैं, जिनमें विमान के यात्रियों के अलावा 24 अन्य लोग भी शामिल हैं.
शवों की पहचान के लिए DNA सैंपलिंग की प्रक्रिया चल रही है. इस भयावह हादसे ने न केवल दर्जनों परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया है.