कार्रवाई नहीं हो रही तो इतनी हिम्मत! पहले पप्पू यादव और अब PM नरेंद्र मोदी-अमित शाह को भी चैलेंज कर रहा लॉरेंस बिश्नोई?
हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई ने निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी दी है, जो अब इसे पीएम मोदी और अमित शाह को चुनौती देने के रूप में देखा जा रहा है. जेल से अपनी दहशत कायम रखने वाले बिश्नोई ने यह धमकी ऐसे समय में दी है जब उसकी गतिविधियों पर सवाल उठ रहे हैं. क्या बिश्नोई की इस धमकी का असर राजनीतिक गलियारों में पड़ेगा? जानिए पूरी कहानी और इस खतरनाक चुनौती के पीछे की सच्चाई.

Lawrence Bishnoi Threat: हाल के दिनों में एक खतरनाक घटना ने भारतीय राजनीति और अपराध जगत में हलचल मचा दी है. लॉरेंस बिश्नोई, जो पहले से ही विवादों में रहा है, उसने निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी दी है. यह मामला अब केवल व्यक्तिगत प्रतिशोध से बढ़कर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी चुनौती देने के रूप में देखा जा रहा है. आइए, जानते हैं कि यह सब कैसे हुआ और इसके पीछे की कहानी क्या है.
लॉरेंस बिश्नोई का खौफ
लॉरेंस बिश्नोई ने पहले सलमान खान और सिद्धू मूसेवाला जैसे लोगों को भी धमकाया है. अब उसकी दहशत ने पप्पू यादव को भी अपने चंगुल में ले लिया है. बिश्नोई के गुर्गों द्वारा पप्पू यादव को दी गई धमकी ने यह साबित कर दिया है कि वह अपने विरोधियों को डराने में माहिर है. इस बार मामला केवल एक फिल्म स्टार या राजनेता का नहीं है, बल्कि इसने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है.
जेल से धमकियों का खेल
लॉरेंस बिश्नोई, जो वर्तमान में गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, वहां से भी धमकियां दे रहा है. यह आश्चर्यजनक है कि एक कैदी जेल में रहते हुए कैसे इतनी आसानी से फोन का उपयोग कर सकता है और अपने गुर्गों के जरिए ऑडियो-वीडियो वायरल कर सकता है. इस पर सवाल उठने लगे हैं कि क्या जेल प्रशासन और पुलिस इस मामले में लापरवाह हैं या फिर कुछ और हो रहा है?
बड़बोले पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने दी जान से मारने की धमकी।
— Sumer Singh (@sumerkrishnia) October 29, 2024
अब नक़ली ‘बाघ का करेजा’, माँग रहा सुरक्षा की भीख।
“कभी भी हो सकती है, मेरी हत्या’-ये है दहशत का आलम।
हिंदुओं को धमकाना बंद करें, मुस्लिम परस्त वोटों के सौदागर।#RiseUpHindus#PappuYadav pic.twitter.com/cEvQpdxYYu
जेल की सुरक्षा पर सवाल
गुजरात में भाजपा की सरकार है और मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल की जिम्मेदारी है कि वह जेल प्रशासन को ठीक से संचालित करें. लेकिन जब बिश्नोई का गुर्गा यह कहता है कि वह जेल का जैमर भी बंद करवा देता है तो यह बात पुलिस और जेल प्रशासन की प्रभावशीलता पर सवाल खड़ा करती है. क्या वाकई जेल में इतनी व्यवस्थाएं संभव हैं, या फिर लॉरेंस का खौफ प्रशासन को भी कमजोर कर रहा है?
सीधा पीएम मोदी और अमित शाह को चुनौती
लॉरेंस बिश्नोई की धमकी को सीधे पीएम मोदी और अमित शाह को चुनौती के रूप में देखा जा सकता है. प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह का गुजरात में काफी दखल है. यदि बिश्नोई जेल से ऐसे खुलेआम धमकियां दे रहा है तो यह उन दोनों नेताओं की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. यह स्थिति न केवल पप्पू यादव के लिए चिंताजनक है, बल्कि पूरे राजनीतिक तंत्र के लिए भी एक बड़ा सवाल है.
लॉरेंस बिश्नोई की बढ़ती दहशत
लॉरेंस बिश्नोई की बढ़ती दहशत और उसके द्वारा दी गई धमकियां भारतीय राजनीति के लिए एक नई चुनौती बन गई हैं. यह स्पष्ट है कि जब तक प्रशासन सख्त कदम नहीं उठाता, तब तक अपराधी ऐसे ही खुलकर अपने इरादे व्यक्त करते रहेंगे. पप्पू यादव की धमकी के साथ-साथ, यह घटनाक्रम हमारे राजनीतिक सिस्टम की वास्तविकता को उजागर करता है और यह दिखाता है कि सुरक्षा की व्यवस्था कितनी कमजोर हो गई है. अब देखने वाली बात यह है कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर क्या कार्रवाई करती है.