पाकिस्तान फिर रच रहा भारत पर हमले की साजिश! असीम मुनीर ने बॉर्डर पर डाला डेरा, एंटी ड्रोन युद्धाभ्यास से बढ़ी हलचल
भारत सीमा के पास पाकिस्तान के एंटी-टैंक ड्रोन अभ्यास और जनरल असीम मुनीर की सक्रिय मौजूदगी से तनाव बढ़ा है. CDF बनने के बाद उनके सख्त और परमाणु चेतावनी वाले बयानों ने दक्षिण एशिया की सुरक्षा चिंताओं को और गहरा कर दिया है.

नई दिल्लीः पाकिस्तान की सेना ने भारत की सीमा से सटे इलाकों में बड़े पैमाने पर एंटी-टैंक ड्रोन अभ्यास किया है. यह सैन्य अभ्यास खेतों और खुले इलाकों में आयोजित किया गया, जहां आधुनिक ड्रोन तकनीक के जरिए टैंकों जैसे बख्तरबंद वाहनों को निशाना बनाने की तैयारी को परखा गया. इस अहम अभ्यास को देखने के लिए खुद पाकिस्तान के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) जनरल असीम मुनीर मौके पर मौजूद रहे. उनकी मौजूदगी ने इस अभ्यास को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है.
वीडियो सामने आने के बाद बढ़ी अटकलें
एंटी-टैंक ड्रोन एक्सरसाइज से जुड़े कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें असीम मुनीर अपने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ अभ्यास को बेहद गंभीरता से देखते नजर आ रहे हैं. इन दृश्यों से साफ है कि पाकिस्तान की सेना आधुनिक युद्ध तकनीकों पर खास ध्यान दे रही है. ड्रोन के माध्यम से बख्तरबंद वाहनों को सटीक तरीके से निशाना बनाना आज के युद्ध का अहम हिस्सा माना जाता है. ऐसे में भारत की सीमा के करीब इस तरह का अभ्यास कई सवाल खड़े कर रहा है.
🚨BREAKING: Pakistan Conducts Anti-Tank Drone Exercises Near Indian Border. pic.twitter.com/h8gZb2LxsW
— The Daily CPEC (@TheDailyCPEC) December 13, 2025
सीमा से सटे सैन्य ठिकानों का निरीक्षण
ड्रोन अभ्यास से एक दिन पहले असीम मुनीर ने पंजाब प्रांत के दो अहम सैन्य क्षेत्रों गुजरांवाला और सियालको की छावनियों का दौरा किया था. ये दोनों शहर भारत की सीमा के काफी नजदीक स्थित हैं. दौरे के दौरान उन्होंने सेना की युद्ध तैयारियों का जायजा लिया और जवानों को आधुनिक युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार रहने का संदेश दिया. मुनीर ने कहा कि आज के समय में युद्ध केवल संख्या से नहीं, बल्कि सटीक जानकारी और तकनीकी श्रेष्ठता से जीता जाता है.
भारत–पाक रिश्तों के बीच बढ़ती सैन्य सक्रियता
भारत और पाकिस्तान के रिश्ते लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं. ऐसे माहौल में असीम मुनीर का लगातार सीमा से सटे इलाकों में मौजूद रहना और सैन्य अभ्यासों की निगरानी करना संदेह को जन्म देता है. खासकर यह गतिविधियां इस साल मई के बाद तेज हुई हैं. मई में दोनों देशों के बीच चार दिन तक चली सीमित झड़प के बाद पाकिस्तान की ओर से सीमा के पास सैन्य गतिविधियों में इजाफा देखा जा रहा है.
मई के बाद बदली रणनीति के संकेत
चार दिन की उस झड़प के बाद से पाकिस्तानी सेना ने सीमा सुरक्षा और युद्ध तैयारियों पर ज्यादा ध्यान देना शुरू किया है. रविवार को हुआ ड्रोन अभ्यास भी इसी बदली रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. इससे यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान आधुनिक हथियारों और तकनीक के जरिए अपनी सैन्य क्षमता को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है, खासकर भारत को ध्यान में रखते हुए.
CDF बनने से बढ़ा असीम मुनीर का प्रभाव
हाल ही में असीम मुनीर को पाकिस्तान का चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज नियुक्त किया गया है. इस पद पर पहुंचने के बाद उनकी ताकत और प्रभाव पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है. CDF बनने के बाद वह ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बयान दे रहे हैं. अफगानिस्तान और भारत को लेकर उनके बयान अक्सर सख्त और आक्रामक रहे हैं.
परमाणु हमले की चेतावनी
असीम मुनीर कई बार भारत को लेकर तीखे बयान दे चुके हैं. उनके कुछ भाषणों में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का जिक्र भी सामने आया है. उन्होंने यह चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान पर हमला हुआ तो जवाब बेहद कड़ा होगा और उसका असर विनाशकारी हो सकता है. ऐसे बयानों और हालिया सैन्य गतिविधियों ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है.
क्षेत्रीय सुरक्षा पर बढ़ती चिंता
भारत की सीमा के पास किए गए ड्रोन अभ्यास, छावनियों का निरीक्षण और सख्त राजनीतिक बयान इन सबको मिलाकर देखा जाए तो दक्षिण एशिया की सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंता गहराती नजर आती है. आने वाले समय में इन गतिविधियों का क्षेत्रीय स्थिरता पर क्या असर पड़ेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं.


