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अजीत गुट में सेंध लगाने में जुटे शरद पवार, छगन भुजबल से मुलाकात पर राजनीति हुई गर्म

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव होने वाले है. जिसके चलते राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. अब शरद पवार से मिलने के लिए एनसीपी अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल की एंट्री हो गई है. इस यात्रा का कारण अभी भी गुलदस्ते में है. बहरहाल, छगन भुजबल और शरद पवार की मुलाकात से राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई है.

JBT Desk
Edited By: JBT Desk

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव होने वाले है. जिसके चलते  राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. अब शरद पवार से मिलने के लिए एनसीपी अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल की एंट्री हो गई है. इस यात्रा का कारण अभी भी गुलदस्ते में है. बहरहाल, छगन भुजबल और शरद पवार की मुलाकात से राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई है.

दरअसल अजीत पवार गुट के छगन भुजबल ने शरद पवार से मुलाकात की है. बैठक शरद पवार के आवास सिल्वर ओक पर हुई. इस दौरे के लिए छगन भुजबल ने सिल्वर ओक बंगले में प्रवेश किया. पिछले कुछ दिनों में कई राजनीतिक घटनाएं देखने को मिली हैं. अब छगन भुजबल का शरद पवार से मिलने पर कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं सामने आ गई हैं. 

सियासी माहौल गरमाया

फिलहाल आरक्षण के मुद्दे को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है. दूसरी ओर, यह देखा जा सकता है कि छगन भुजबल महागठबंधन में नाखुश हैं. इसलिए कहा जा रहा है कि छगन भुजबल इन्हीं दोनों मुद्दों पर चर्चा के लिए शरद पवार से मिलने गए थे. लेकिन इस दौरे की वजह अभी तक सामने नहीं आई है.

इस दौरे के पीछे क्या है वजह?

इस पर छगन भुजबल ने टिप्पणी की है. मैं आज सुबह शरद पवार के पास गया. उनका समय नहीं लिया गया. मालूम हुआ कि वह बीमार है. मैं साढ़े दस बजे गया. वह सो रहे थे क्योंकि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. इसलिए मैंने डेढ़ घंटे तक इंतजार किया.' उन्होंने उठकर मुझे बुलाया. वह बिस्तर पर सो रहे थे. स्वास्थ्य ठीक नहीं था. मैं कुर्सी के किनारे बैठ कर बात कर रहा था. डेढ़ घंटे तक चर्चा हुई. मैं कोई राजनीति लेकर नहीं आया हूं. मैं मंत्री और विधायक बनकर नहीं आया हूं. छगन भुजबल ने कहा कि कोई पार्टी की स्थिति नहीं है.

शिंदे समूह के नेता संजय शिरसाट ने दी प्रतिक्रिया

शिंदे समूह के नेता संजय शिरसाट ने कहा कि “भुजबल के अचानक शरद पवार से मिलने जाने का कोई निश्चित राजनीतिक कारण होगा. भुजबल ऐसी जगह नहीं है जहां आप आसानी से किसी से मिल सकें और सिर्फ चाय और पानी पी सकें. इसलिए, अगर उनके मन में कोई राजनीतिक एजेंडा है, अगर वे कोई रुख रखना चाहते हैं, तो यह उपहार उसी के अनुरूप हो सकता है. तो इस मुलाकात के बाद भुजबल जो कहते हैं, उससे हम इसके पीछे की राजनीति को समझ सकते हैं. लेकिन अब उनके बारे में भविष्यवाणी करना मुश्किल है"

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15 July 2024, 01:58 PM IST

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