'वो डर गए...', मलयालम एक्टर मीनू मुनीर ने बताई यौन शोषण पीड़ितों के पीछे हटने की वजह
केरल की मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न की 35 शिकायतें पीड़िताओं की चुप्पी के चलते SIT द्वारा बंद की जा रही हैं. मुख्य शिकायतकर्ता मीनू मुनीर ने झूठे POCSO केस और धमकियों को इसके पीछे की बड़ी वजह बताया है.

केरल की मलयालम फिल्म इंडस्ट्री एक बार फिर विवादों के घेरे में है. जहां एक ओर यौन उत्पीड़न और महिला विरोधी व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाने वाली 35 शिकायतें सामने आई थीं. वहीं अब विशेष जांच दल (SIT) ने इन सभी मामलों में 'फरदर एक्शन ड्रॉप' (FAD) रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी कर ली है. सूत्रों के अनुसार, पीड़िताओं ने या तो बयान दर्ज कराने से इनकार कर दिया या पहले दिए गए बयानों को आगे नहीं बढ़ाना चाहा, जिससे जांच को आगे बढ़ाना संभव नहीं रहा.
इस पूरे मामले में सबसे मुखर रहीं अभिनेत्री मीनू मुनीर, जिन्होंने बताया कि उनके खिलाफ दर्ज झूठे POCSO केस और जान से मारने की धमकियों के कारण कई अन्य पीड़िताएं भी चुप हो गईं. उन्होंने ये भी कहा कि जब उन्होंने फिल्म निर्देशक बालाचंद्रन मेनन के खिलाफ आवाज उठाई, तभी से उन पर हमले शुरू हो गए.
'रिश्वत की मांग, फिर ब्लैकमेलिंग का आरोप'
एक्ट्रेस मीनू मुनीर ने बताया कि जब मैंने पहली बार ये शिकायतें सामने रखीं, तो सबसे बड़ा झटका झूठे POCSO केस के रूप में आया. पुलिस ने बिना जांच के ही केस दर्ज कर लिया, जिससे बाकी पीड़िताएं डर गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने अभिनेता मुकेश, इडवेला बाबू, जयसूर्या और मणियन्पिल्ला राजू पर फिल्म की शूटिंग के दौरान उत्पीड़न का आरोप लगाया, तब तक स्थिति सामान्य रही. लेकिन जैसे ही उन्होंने बालाचंद्रन मेनन का नाम लिया, उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं.
झूठे आरोप और राजनीतिक साजिश का दावा
सितंबर 2024 में एक नाबालिग लड़की द्वारा मीनू मुनीर पर 'सेक्स स्लेव' बनाने का आरोप लगाया गया था. मीनू के अनुसार, वो लड़की उनकी नाबालिग चचेरी बहन है और ये आरोप एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है, ताकि उन्हें और उनके साथियों को चुप कराया जा सके. जब मैंने सच सामने रखा, तभी ये फर्जी केस लाया गया. इससे बाकी महिलाएं डर गई और अब कोई सामने आने को तैयार नहीं है. मैं खुद पिछले 9 महीने से इन झूठे आरोपों से जूझ रही हूं.
बालाचंद्रन मेनन ने भी किया मानहानि का केस
बालाचंद्रन मेनन ने मीनू के सोशल मीडिया पोस्ट पर IT एक्ट के तहत मानहानि का मुकदमा दायर किया था. मीनू का कहना है कि उन्होंने सिर्फ अपने अनुभव साझा किए थे- मैंने जो पोस्ट किया, वो सच था. उन्होंने कहा कि मैंने उनका अपमान किया, पर मैं तो सिर्फ अपने साथ हुए अन्याय की बात कर रही थी.
हालांकि, मीनू मुनीर ने कहा कि SIT ने मामले की जांच गंभीरता से की और महिलाओं की बातों को सुनने की कोशिश भी की. उन्होंने खुद SIT के साथ पूरा सहयोग किया, लेकिन अन्य पीड़िताएं डर के कारण आगे नहीं आई.
मुकेश ने लगाए ब्लैकमेलिंग के आरोप
मीनू मुनीर द्वारा लगाए गए आरोपों पर अभिनेता मुकेश ने कहा था कि मीनू और उनके साथियों ने उनसे आर्थिक मदद मांगी थी और इनकार करने पर उन्हें ब्लैकमेल किया गया. हालांकि इस पूरे मामले ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी संस्था AMMA (एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी एक्टर्स) को हिला कर रख दिया.
लगातार आरोपों के दबाव के बीच AMMA की मुख्य कार्यकारिणी समिति ने स्वेच्छा से अपना पद छोड़ दिया और अभिनेता मोहनलाल ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.


