मणिपुर: तोरबंग में अज्ञात हमलावरों की फायरिंग से मचा हड़कंप, एक नागरिक घायल, बिष्णुपुर-चुराचांदपुर बॉर्डर पर बढ़ा तनाव
गोलीबारी की घटना से इलाके में गांवों में खौफ का महौल है. ग्रामीण सहमे हुए हैं और हर तरफ दहशत का माहौल छाया हुआ है.

नई दिल्ली: मणिपुर के बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों की सीमा से सटे तोरबुंग इलाके में मंगलवार रात एक बार फिर तनाव भड़क उठा. रात करीब 8.30 बजे सुरक्षा बलों और अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के बीच हुई क्रॉस-फायरिंग से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई. अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस गोलीबारी में कम से कम एक नागरिक घायल हुआ है, हालांकि घायल व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.घटना ऐसे समय में हुई है जब सरकार की पहल पर विस्थापित लोगों के पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की गई है. तोरबुंग इलाके में हाल ही में बड़ी संख्या में आंतरिक रूप से विस्थापित परिवारों को बसाया गया था, जिसके बाद से क्षेत्र की संवेदनशीलता और बढ़ गई है.
तोरबुंग में फिर भड़की हिंसा
अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार रात करीब 8.30 बजे चुराचांदपुर की ओर से कुछ अज्ञात हथियारबंद बदमाशों ने तोरबुंग गांव पर कथित तौर पर हमला किया. इसके तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की. बताया गया है कि इस दौरान अज्ञात बदमाशों ने बमों का भी इस्तेमाल किया, जिससे करीब 20 मिनट तक इलाके में भारी तनाव बना रहा.
घायल नागरिक की पहचान बाकी
इस ताजा गोलीबारी की घटना में कम से कम एक नागरिक के घायल होने की सूचना है. अधिकारियों ने बताया कि घायल को इलाज के लिए सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है, लेकिन उसकी पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है.
पुनर्वास के बाद बढ़ी संवेदनशीलता
स्थानीय लोगों के अनुसार, फौगकचाओ इखाई और तोरबुंग से जुड़े क्षेत्रों में सरकार के निर्देश पर 67 परिवारों के करीब 389 आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों को तोरबुंग में पुनर्वासित किया गया था. पुनर्वास के बाद से इलाके में तनाव की आशंका बनी हुई थी, जो अब हिंसा में तब्दील हो गई.
गांवों में दहशत, सुरक्षा बल तैनात
मुठभेड़ के बाद आसपास के गांवों में अफरा-तफरी का माहौल है. अधिकारियों ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टुकड़ियों को मौके पर भेजा गया है. हालांकि, तोरबुंग इलाके में हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं.
मणिपुर संकट की पृष्ठभूमि
मणिपुर में 3 मई 2023 से जारी हिंसक संकट में अब तक 260 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 60,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं. हालात पर काबू पाने के लिए राज्य में 13 फरवरी से President’s Rule लागू है. इसके बावजूद सरकार द्वारा बिष्णुपुर जिले से विस्थापितों के पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की गई है.
दिल्ली में BJP विधायकों की बैठक
हाल ही में 14 दिसंबर को चार कुकी-जो विधायकों सहित बीजेपी के कई विधायकों ने राष्ट्रीय राजधानी में एक उच्च स्तरीय बंद कमरे में मीटिंग की थी. मीटिंग में शामिल बीजेपी विधायकों ने इसे शांति बहाली की दिशा में शांति की बहाली का मार्ग बताया था.
डीजीपी ने किया चुराचांदपुर का दौरा
एक पुलिस बयान के अनुसार, मणिपुर के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने मंगलवार को चुराचांदपुर जिले का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के कॉन्फ्रेंस रूम का उद्घाटन किया. इसके बाद डीजीपी ने जिले में तैनात मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ एक व्यापक सुरक्षा समीक्षा बैठक की, जिसमें मौजूदा सुरक्षा स्थिति और तैयारियों का आकलन किया गया. डीजीपी ने जिले के विभिन्न नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की.


