एसआईआर पर मोदी की तीखी टिप्पणियां, खर्गे ने भाजपा को बताया ‘विनाशकारी’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर विशेष गहन संशोधन विधेयक (एसआईआर) को लेकर तीखा हमला बोला. अब इस पर मल्लिकार्जुन खार्गे ने प्रतिक्रिया दी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर विशेष गहन संशोधन विधेयक (एसआईआर) को लेकर तीखा हमला बोला और पार्टी पर ‘राष्ट्र-विरोधी’ गतिविधियों में लिप्त होने व असम में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को बसाने में मदद करने का आरोप लगाया.
पीएम मोदी का कांग्रेस पर प्रहार
मोदी यह टिप्पणी असम के डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप में 10,601 करोड़ रुपये लागत वाले उर्वरक संयंत्र के उद्घाटन समारोह के दौरान एक सभा में संबोधित करते हुए की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल सत्ता हासिल करने के उद्देश्य से एसआईआर का विरोध कर रही है. प्रधानमंत्री ने दावा किया, 'कांग्रेस राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल है. उनका मकसद असम की जमीनों और जंगलों में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को बसाना है और केवल अपना वोट बैंक मजबूत करना है।. उन्हें आम जनता की कोई चिंता नहीं है.'
मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस उनके हर अच्छे प्रयास का विरोध करती है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस मतदाता सूची में संशोधन का विरोध केवल इसलिए कर रही है कि वह सत्ता हथियाना चाहती है. भाजपा सरकार असमिया लोगों की पहचान, भूमि, गौरव और अस्तित्व की रक्षा के लिए हमेशा काम करेगी.
प्रधानमंत्री ने विधानसभा चुनाव से पहले सभा में जनता को आश्वस्त किया कि हमें असम को कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति और वोट बैंक की राजनीति के जहर से बचाना होगा. भाजपा असम की पहचान और सम्मान की रक्षा के लिए हमेशा ढाल की तरह खड़ी रहेगी.
मल्लिकार्जुन खार्गे ने क्या कहा?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खार्गे ने मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा को ‘विनाशकारी’ बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र और असम दोनों में भाजपा की सरकार है, लेकिन अगर वे सुरक्षा प्रदान करने में नाकाम रहते हैं तो विपक्षी दलों को दोष कैसे ठहराया जा सकता है? जब सरकार नाकाम होती है, तो दोष विपक्ष पर मढ़ देना सही नहीं है.
खार्गे ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस देश और जनता के हित में काम करती है और आतंकवादियों या घुसपैठियों का समर्थन नहीं करती. उन्होंने कहा कि भाजपा केवल इसलिए दोषारोपण कर रही है क्योंकि वह सुरक्षा और प्रवास नियंत्रण में विफल रही है. हम विध्वंसक नहीं हैं, यह उनका कथन गलत है.
इस तरह प्रधानमंत्री और विपक्ष के बीच एसआईआर और असम के अवैध प्रवासी मुद्दे पर तीखी राजनीतिक बहस सामने आई, जो विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत में और गर्माहट ला रही है.


