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छात्रों की आत्महत्या रोकने के लिए नेशनल टास्क फोर्स ने उठाया अहम कदम, लॉन्च की नई वेबसाइट... जानिए कैसे आएगा आपके काम

नेशनल टास्क फोर्स का उद्देश्य छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और आत्महत्या को रोकना है. इसने एक वेबसाइट ntf.education.gov.in लॉन्च की है, जहां छात्र, अभिभावक, और शिक्षक अपनी राय दे सकते हैं. टास्क फोर्स शैक्षणिक दबाव, भेदभाव, और मानसिक समस्याओं की पहचान कर सुधार प्रस्तावित करेगा. टास्क फोर्स की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सितंबर 2025 तक प्रस्तुत होगी.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Student Welfare Programs : छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और उच्च शिक्षण संस्थानों में आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एक नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया गया है. इस टास्क फोर्स की पहली बैठक 29 मार्च 2023 को हुई थी. बैठक के बाद टास्क फोर्स ने विभिन्न शिक्षा संस्थानों, विशेषज्ञों, और छात्रों से राय लेने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण रिपोर्टों का विश्लेषण भी किया. टास्क फोर्स की अध्यक्षता जस्टिस एस. रविंद्र भट्ट (रिटायर्ड) कर रहे हैं. अब टास्क फोर्स ने एक और बड़ा कदम उठाया है एक वेबसाइट का शुभारंभ किया है, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक शिक्षा संस्थानों, छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों तक पहुंच बनाना है.

वेबसाइट का उद्देश्य और विशेषताएँ

आपको बता दें कि नई वेबसाइट का नाम ntf.education.gov.in है, जो टास्क फोर्स के कार्यों और उद्देश्यों को प्रमुख रूप से उजागर करेगी. वेबसाइट पर कई अलग-अलग सेक्शन होंगे, जिसमें ऑनलाइन सर्वे के माध्यम से संबंधित पक्षों की राय ली जाएगी. इस वेबसाइट का मुख्य उद्देश्य छात्रों और अन्य संबंधित पक्षों से उनके अनुभव और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं पर जानकारी प्राप्त करना है. टास्क फोर्स की अंतरिम रिपोर्ट सितंबर 2025 के अंत में सुप्रीम कोर्ट में पेश की जाएगी, और इसी वर्ष के अंत तक अंतिम रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी.

वेबसाइट लॉन्च के मौके पर प्रमुख व्यक्ति
दरअसल, वेबसाइट के लॉन्चिंग समारोह में टास्क फोर्स के चेयरमैन जस्टिस एस. रविंद्र भट्ट, डॉ. विनीत जोशी (सचिव, उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय), संजय कुमार (सचिव, स्कूल शिक्षा मंत्रालय) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

टास्क फोर्स के तीन प्रमुख कार्य
1. छात्रों की आत्महत्या के कारणों की पहचान करना
टास्क फोर्स का पहला उद्देश्य छात्रों की आत्महत्या के प्रमुख कारणों की पहचान करना है. इन कारणों में शैक्षणिक दबाव, भेदभाव, वित्तीय समस्याएँ, और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ प्रमुख हैं. टास्क फोर्स का प्रयास इन कारणों का गहराई से अध्ययन करना और उन पर प्रभावी समाधान खोजना है.

2. मौजूदा नियमों और नीतियों का विश्लेषण
दूसरे उद्देश्य के तहत टास्क फोर्स मौजूदा छात्र कल्याण और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित नियमों और नीतियों का विश्लेषण कर रही है. यह देखा जा रहा है कि वर्तमान में जो नीतियाँ लागू हैं, वे कितनी प्रभावशाली हैं और क्या उनमें सुधार की आवश्यकता है.

3. संस्थागत ढांचे में सुधार की सिफारिशें
तीसरे उद्देश्य में टास्क फोर्स उच्च शिक्षा संस्थानों के सहायक शैक्षणिक वातावरण और संस्थागत ढांचे को मजबूत करने के लिए सुधार की सिफारिशें करेगी. यह सिफारिशें छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए की जाएंगी, ताकि संस्थान एक स्वस्थ और सहायक शैक्षणिक माहौल बना सकें.

जस्टिस रविंद्र भट्ट का बयान 
वेबसाइट के लॉन्च के दौरान, टास्क फोर्स के अध्यक्ष जस्टिस एस. रविंद्र भट्ट ने बताया कि उच्च शिक्षा संस्थानों में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी चिंता जताई थी. इस चिंता के बाद ही यह टास्क फोर्स बनाई गई थी. उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स की प्रमुख जिम्मेदारी है उन सभी कारणों तक पहुंचना, जिनकी वजह से छात्र आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठा रहे हैं.

छोटे शहरों और बड़े शहरों का दौरा
टास्क फोर्स के सदस्य ने देश के विभिन्न शिक्षा संस्थानों का दौरा किया, जिसमें बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों के संस्थान भी शामिल थे. इसके अलावा, पूर्व में किए गए अध्ययन और रिपोर्ट्स का भी विश्लेषण किया जा रहा है. अब टास्क फोर्स वेबसाइट पर उपलब्ध एक ऑनलाइन प्रश्नावली के माध्यम से छात्रों और अन्य संबंधित पक्षों की राय लेना चाहती है.

उच्च शिक्षा विभाग की भूमिका
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. विनीत जोशी ने कहा कि छात्रों में बढ़ते मानसिक तनाव और आत्महत्या की घटनाओं के कारणों की पहचान की जा रही है. इसके लिए मौजूदा रेगुलेशन का विश्लेषण किया जा रहा है. पिछले कुछ महीनों से इस पर काम किया जा रहा था, और अब टास्क फोर्स ने इस काम को और तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए प्रश्नावली भी बनाई है. 

देश में उच्च शिक्षा संस्थानों का आंकड़ा
देश में कुल 60,380 उच्च शिक्षा संस्थान हैं, जिनमें 1,213 विश्वविद्यालय, 46,624 कॉलेज, और 12,543 स्टैंडअलोन संस्थान शामिल हैं. इन संस्थानों में कुल 4.46 करोड़ छात्र रजिस्टर्ड हैं. इन संस्थानों में छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और आत्महत्या की घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करना इस टास्क फोर्स का प्राथमिक उद्देश्य है.

आत्महत्या को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम
यह टास्क फोर्स छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. इसके द्वारा किए गए विश्लेषण और सुधारों से आने वाले समय में उच्च शिक्षा संस्थानों में एक सकारात्मक और सहायक वातावरण का निर्माण होगा, जो छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देगा.

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12 August 2025, 12:38 PM IST

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