भगोड़े भाइयों की जोड़ी टूटी! नीरव मोदी का भाई निहाल अमेरिका में गिरफ्तार, PNB घोटाले में बड़ी कार्रवाई
नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है. वो पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में मुख्य आरोपी है. भारत की ईडी और सीबीआई के संयुक्त प्रत्यर्पण अनुरोध पर अमेरिका ने यह कार्रवाई की. निहाल पर मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक साजिश जैसे गंभीर आरोप हैं.

Nehal Modi: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले से जुड़े एक अहम घटनाक्रम में, भारत के वांछित आरोपी और भगोड़े आर्थिक अपराधी नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में 4 जुलाई, 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी भारत की प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा किए गए संयुक्त प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर की गई है.
अमेरिकी न्याय विभाग ने भारत सरकार को सूचित किया है कि यह गिरफ्तारी कानूनी प्रक्रियाओं के तहत की गई है और आरोपी के खिलाफ प्रत्यर्पण कार्यवाही की शुरुआत की जा चुकी है. यह गिरफ्तारी भारत के लिए एक बड़ी कानूनी और कूटनीतिक उपलब्धि मानी जा रही है, खासकर तब जब नीरव मोदी पहले से ही ब्रिटेन में प्रत्यर्पण की प्रक्रिया का सामना कर रहा है.
मनी लॉन्ड्रिंग और साजिश के आरोप
अमेरिका में दर्ज शिकायत के अनुसार, निहाल मोदी के खिलाफ दो गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
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पहला – धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 की धारा 3 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का मामला.
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दूसरा – भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं 120-बी (आपराधिक साजिश) और 201 (सबूत मिटाने) के तहत आपराधिक साजिश का आरोप. इन दोनों मामलों में भारत द्वारा प्रत्यर्पण की मांग की गई थी.
PNB घोटाले में प्रमुख भूमिका
निहाल मोदी को भारत के सबसे बड़े बैंक घोटालों में शामिल बहु-अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का मुख्य आरोपी माना जा रहा है. प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई की जांच में यह सामने आया है कि उसने अपने भाई नीरव मोदी की मदद करते हुए अवैध धन को शेल कंपनियों और विदेशी चैनलों के माध्यम से इधर-उधर किया.
भारतीय एजेंसियों का आरोप है कि निहाल मोदी ने नीरव के अवैध कमाई को छिपाने और विदेशों में स्थानांतरित करने में सक्रिय भूमिका निभाई थी. यह लेन-देन अंतरराष्ट्रीय वित्तीय नियमों और भारत के मौजूदा कानूनों का खुला उल्लंघन था.
अगली सुनवाई 17 जुलाई को
न्यायिक प्रक्रिया के तहत अगली सुनवाई 17 जुलाई, 2025 को अमेरिका में निर्धारित की गई है. इस दौरान स्टेटस कॉन्फ्रेंस की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. संभावना है कि निहाल मोदी इस दिन जमानत के लिए याचिका दाखिल करेगा, जिसे अमेरिकी अभियोजन पक्ष ने पहले ही विरोध करने का संकेत दिया है.
पहले ही जारी था रेड कॉर्नर नोटिस
गौरतलब है कि भारत द्वारा पहले ही निहाल मोदी के खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. उसके खिलाफ जारी यह नोटिस भारत में चल रहे PNB घोटाले से संबंधित आपराधिक मामलों के चलते दिया गया था.