बिहार चुनाव का बहिष्कार कर सकता है विपक्ष, तेजस्वी यादव ने फोड़ दिया बॉयकॉट बम
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्ष में चुनाव बहिष्कार पर चर्चा की संभावना है. तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता की राय और सभी दलों की सहमति से फैसला होगा. विधानसभा में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन से बाहर जाने का फैसला किया.

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर विपक्ष की संभावित रणनीति पर बड़ी बात कही है. जब उनसे पूछा गया कि क्या विपक्ष चुनाव बहिष्कार कर सकता है, तो तेजस्वी ने कहा कि इस विषय पर चर्चा हो सकती है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी दलों की राय और जनता की भावना को देखते हुए ही कोई फैसला लिया जाएगा.
विपक्ष में चल रही रणनीति की मंथन
तेजस्वी यादव के इस बयान को विपक्ष की एकजुटता और चुनावी रणनीति की दिशा में एक संकेत माना जा रहा है. फिलहाल विपक्षी दलों के बीच चुनावों को लेकर कई विकल्पों पर विचार चल रहा है. तेजस्वी ने यह भी बताया कि यह कदम तभी उठाया जाएगा जब यह सबकी सहमति और जनता की इच्छा के अनुरूप होगा. हालांकि उन्होंने साफ तौर पर चुनाव बहिष्कार की पुष्टि नहीं की, लेकिन इस विकल्प को पूरी तरह से खारिज भी नहीं किया है.
क्या हो सकता है विपक्ष का अगला कदम?
तेजस्वी का बयान संकेत देता है कि आगामी चुनाव को लेकर विपक्षी दल हर सम्भावित कदम पर विचार कर रहे हैं. चुनाव बहिष्कार भी उनमें से एक विकल्प है, खासकर तब जब उन्हें लगता है कि चुनाव प्रक्रिया में पक्षपात या अन्य असमानताएं हो रही हैं. यह रणनीति विपक्ष के लिए एक सख्त राजनीतिक संदेश भी हो सकती है कि वे चुनाव प्रक्रिया के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं.
बिहार में चुनाव की संभावना
बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में आयोजित होने की संभावना है. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो जाएगा. चुनाव आयोग ने 28 जून 2025 से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें मतदाताओं के दस्तावेजों का सत्यापन और सूची की समीक्षा की जा रही है. इस प्रक्रिया के तहत 1 अगस्त 2025 को प्रारूप मतदाता सूची जारी की जाएगी, जबकि अंतिम सूची 30 सितंबर तक प्रकाशित होगी.
विधानसभा में तेज बहस
इसी बीच, बिहार विधानसभा में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच जोरदार बहस हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर तीखे सवाल उठाए और सदन में हंगामा मचा. इस बहस के दौरान विधायक वीरेंद्र की टिप्पणी ने माहौल और गरमाई, जिसके कारण विपक्षी सदस्यों ने विरोध स्वरूप सदन से बाहर जाने का फैसला किया.


