PM मोदी ने अगली पीढ़ी के सुधारों के लिए बनाई रणनीति, मंत्रियों और अर्थशास्त्रियों के साथ की अहम बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अगली पीढ़ी के सुधारों पर बैठक की. इस दौरान व्यापार सुगमता, बुनियादी ढांचे और शासन सुधारों पर जोर दिया गया. बैठक अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ और वैश्विक व्यापार की चुनौतियों के बीच हुई. मोदी सरकार घरेलू सुधारों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय संबंधों को भी मजबूत कर आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रही है.

PM Modi Economic Meeting : प्रधानमंत्री मोदी ने देश की आर्थिक दिशा तय करने के लिए वरिष्ठ मंत्रियों, शीर्ष अधिकारियों और प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ एक अहम बैठक की. इस बैठक का उद्देश्य भारत के आर्थिक विकास को नई रफ्तार देने और आने वाले समय में सुधारों की अगली श्रृंखला की रणनीति तय करना था. इसमें गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य प्रमुख मंत्री शामिल हुए.
आर्थिक सुधारों को लेकर फोकस
Chaired a meeting to discuss the roadmap for Next-Generation Reforms. We are committed to speedy reforms across all sectors, which will boost Ease of Living, Ease of Doing Business and prosperity. pic.twitter.com/XnJQ5vg3eK
— Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2025
अंतरराष्ट्रीय हालात से मेल खाता समय
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका ने भारत के खिलाफ 25% तक का टैरिफ लगाने का फैसला किया है. यह कदम रूस से भारत की तेल खरीद के विरोध में उठाया गया है, जिससे भारत के गहने, वस्त्र और जूते जैसे उत्पादों का निर्यात प्रभावित हो सकता है. इसके जवाब में भारत अपने घरेलू उत्पादों और किसानों को प्राथमिकता देने पर ज़ोर दे रहा है.
भारत-अमेरिका व्यापार तनाव और रणनीति
भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार वार्ता को स्थगित कर दिया गया है. अमेरिका चाहता है कि भारत अपने कृषि और डेयरी क्षेत्र को अधिक खोले, लेकिन भारत ने साफ कहा है कि वह छोटे किसानों और पशुपालकों के हितों से समझौता नहीं करेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने भी स्वतंत्रता दिवस पर ‘मेड इन इंडिया’ अभियान को बढ़ावा देने की बात कही थी.
नजर भविष्य की योजनाओं पर
इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि भारत सरकार घरेलू सुधारों और अंतरराष्ट्रीय रणनीतियों के बीच संतुलन बनाकर देश को वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच भी मजबूत बनाए रखने की दिशा में काम कर रही है. यह बैठक ना सिर्फ वर्तमान हालात की समीक्षा थी, बल्कि भविष्य की योजनाओं को भी दिशा देने वाली साबित हो सक


