अहमदाबाद प्लेन हादसे में बेबी शावर के बाद लंदन लौट रहे दंपत्ति की मौत, दो महीने बाद होने वाला था बच्चे का जन्म
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में लंदन लौट रहे एक दंपत्ति की मौत हो गई. सात महीने की गर्भवती जिनल गोस्वामी और उनके पति वैभव पटेल बेबी शावर के बाद घर लौट रहे थे, लेकिन क्रैश ने तीन जिंदगियां एक साथ छीन लीं.

Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में एक हंसता-खेलता परिवार हमेशा के लिए बिखर गया. लंदन से अपने पहले बच्चे के बेबी शावर समारोह में शामिल होने आए दंपत्ति वैभव पटेल और उनकी सात महीने की गर्भवती पत्नी जिनल गोस्वामी की इस हादसे में मौत हो गई. दोनों समारोह के बाद 12 जून को लंदन लौट रहे थे, लेकिन टेक ऑफ के कुछ ही समय बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
इस दर्दनाक हादसे में केवल वैभव और जिनल ही नहीं, बल्कि उनके अजन्मे बच्चे की भी जान चली गई. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिजनों का कहना है, "हमने सिर्फ अपने बेटे और बहू को नहीं, बल्कि दो महीने बाद आने वाला अपना भविष्य भी खो दिया है."
दो दिन पहले हुआ था बेबी शावर
वैभव पटेल (29) और जिनल गोस्वामी (27) की शादी ढाई साल पहले हुई थी. लंदन में बस चुके वैभव और उनकी पत्नी अहमदाबाद इसलिए आए थे ताकि अपने पहले बच्चे का बेबी शावर अपने परिवार के साथ मना सकें. 10 जून को पूरे परिवार की मौजूदगी में जिनल का बेबी शावर समारोह आयोजित किया गया था. उस दिन हर चेहरा खुशी से खिला था, लेकिन अब वही तस्वीरें परिवार की आंखों में आंसू लेकर आ रही हैं.
12 जून को दोनों अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट AI-171 से रवाना हुए थे. मगर टेक ऑफ के कुछ मिनटों बाद ही फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में कुल 241 लोगों की मौत हुई, जिसमें दो पायलट, 10 क्रू सदस्य और 229 यात्री शामिल थे.
डीएनए जांच से हुई पहचान
इस भीषण हादसे में एकमात्र व्यक्ति लंदन निवासी विश्वास कुमार रमेश ही जीवित बच सका. अन्य 241 मृतकों में वैभव और जिनल की पहचान डीएनए जांच के बाद हुई. वैभव गुजरात के धोलका तालुका स्थित केलिया वासना गांव के मूल निवासी थे. उनके चाचा बलवंत पटेल ने बताया कि वैभव दो साल पहले ही लंदन गया था और इस बार केवल अपने पहले बच्चे के स्वागत की तैयारी के लिए अहमदाबाद आया था.
सिर्फ दो जिंदगियां नहीं, एक पूरी पीढ़ी खो दी
बलवंत पटेल ने कहा, "यह हादसा सिर्फ एक दंपत्ति की मौत नहीं है, बल्कि एक पूरे परिवार की उम्मीद, भविष्य की पीढ़ी और खुशियों का अंत है." उन्होंने बताया कि जिनल की प्रेग्नेंसी के सातवें महीने में पूरे परिवार ने बड़े जश्न के साथ बेबी शावर मनाया था, लेकिन दो दिन बाद ही जिंदगी ने ऐसा मोड़ लिया कि सब कुछ खत्म हो गया.
उन्होंने कहा, "हमारे लिए वो सिर्फ बेटे-बहू नहीं थे, बल्कि हमारे आने वाले कल की उम्मीद थे. अब घर की हर दीवार खामोश हो गई है, हर तस्वीर एक टीस देती है."
प्लेन क्रैश ने छीन लिया सपना
परिवार के लिए यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि जीवनभर का न भरने वाला घाव बन गया है. जिस बच्चे का स्वागत करने के लिए पूरा घर सजा था, अब वहां मातम पसरा है. एक मां बनने जा रही महिला, उसका पति और अजन्मा बच्चा – तीनों की एक साथ मौत ने पूरे गांव और परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है.


