पंजाब में बारिश का कहर, नहर टूटी, फसलें डूबीं और डेरा ब्यास ने संभाली राहत की कमान
पंजाब के बाबा बकाला साहिब में भारी बारिश और नहर टूटने से कई गांव पानी में डूब गए। इसी बीच डेरा राधा स्वामी ब्यास ने इंसानियत की मिसाल देते हुए हज़ारों बोरियां भेजकर राहत कार्य में अहम भूमिका निभाई।

पंजाब न्यूज. पंजाब के पहाड़ी इलाकों में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इस मूसलधार बारिश ने मैदानी इलाकों में तबाही मचा दी है। बाबा बकाला साहिब तहसील का कस्बा रायां भी इस आपदा की चपेट में आ गया। यहां की नहर में अचानक बड़ा पाड़ आ गया, जिससे आसपास के गांवों में अफरा-तफरी मच गई।
नहर टूटने से करीब 20 एकड़ में खड़ी धान की फसल पानी में डूब गई। किसानों की महीनों की मेहनत कुछ ही घंटों में बर्बाद हो गई। गांव ध्यानपुर, कलेर और डुब्बगढ़ कॉलोनी जैसे इलाके पानी से लबालब हो गए। लोग घरों में पानी घुसने के डर से सामान ऊंचाई पर रखने लगे।
ऐसे हालात में राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास ने फिर एक बार इंसानी फर्ज़ निभाया। डेरा प्रबंधन ने तुरंत 10 हज़ार मिट्टी से भरी बोरियां भेजीं। इन बोरियों को नहर की दरार पर डाला गया, ताकि पानी का तेज बहाव रोका जा सके और आगे का नुक़सान टाला जा सके।
प्रशासन भी मौके पर
जिला अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर शक्शी साहनी, एसएसपी देहाती और कई वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायज़ा लिया और राहत कार्य की निगरानी की। प्रशासन ने नहर की मरम्मत के लिए इंजीनियरों की टीम लगाई और मशीनरी मंगवाई।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
पुलिस बल ने भी राहत कार्य में अहम भूमिका निभाई। एसएचओ और थाना स्टाफ ने नहर किनारे बैरिकेडिंग कर दी, ताकि कोई व्यक्ति तेज बहाव में न फंसे। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और ज़रूरतमंद परिवारों को अस्थायी शरण दी गई।
गांव वालों की जद्दोजहद
गांव के लोग मिलकर प्रशासन और डेरा ब्यास के साथ राहत कार्य में जुट गए। कई नौजवान बोरियां उठाकर नहर किनारे तक ले गए। महिलाएं और बुज़ुर्ग भी खाने-पीने का सामान बांटने में मदद करते नज़र आए। यह दृश्य इंसानियत की मिसाल बन गया।
आगे की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने का अलर्ट दिया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि नहर और नदी के किनारे न जाएं। राहत शिविर तैयार रखे गए हैं और मेडिकल टीम भी तैनात कर दी गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत इलाज हो सके।


