आज़ादी दिवस से पहले पंजाब में सियासी गर्मी, भगवंत मान की कैबिनेट में बड़े ऐलानों की तैयारी
आज़ादी दिवस से ठीक पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ में कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में विकास परियोजनाओं, जनहित मुद्दों और लैंड पूलिंग नीति पर फिर से चर्चा होने की उम्मीद जताई जा रही है।

पंजाब न्यूज. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर कैबिनेट की एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक का समय बेहद संवेदनशील माना जा रहा है क्योंकि यह स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले हो रही है। बैठक में कई मुद्दों पर विचार होगा, जिनमें राज्य के विकास और जनता की बेहतरी से जुड़े विषय प्रमुख होंगे। राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा ज़ोरों पर है और माहौल में हलचल साफ महसूस की जा रही है।
लैंड पूलिंग नीति का मामला
हाल ही में पंजाब सरकार ने अपनी लैंड पूलिंग नीति वापस लेने का बड़ा फैसला किया था। यह नीति किसानों और ज़मीन मालिकों के विरोध के चलते विवादों में रही। अब माना जा रहा है कि इस बैठक में इस नीति पर दोबारा मंथन हो सकता है। सरकार यह देखना चाहती है कि किस तरह विकास कार्य भी जारी रहें और लोगों की नाराज़गी भी कम हो।
विकास परियोजनाओं पर चर्चा
बैठक में कई अहम विकास परियोजनाओं पर चर्चा होने की संभावना है। इनमें सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा से जुड़े मुद्दे शामिल हो सकते हैं। मुख्यमंत्री का फोकस इस बात पर है कि आम जनता को आने वाले महीनों में राहत कैसे दी जा सकती है। सूत्रों का कहना है कि कुछ बड़े बजटीय प्रावधानों पर भी विचार किया जाएगा।
जनहित से जुड़े मुद्दे
जनता की रोज़मर्रा की परेशानियों पर भी मंत्रिमंडल ध्यान देगा। बेरोज़गारी, महंगाई और किसानों की समस्याएं एजेंडे में रह सकती हैं। मुख्यमंत्री मान चाहते हैं कि जनता को यह संदेश मिले कि सरकार उनकी आवाज़ सुन रही है। कुछ ऐसे ऐलान भी हो सकते हैं जो सीधे घर-घर तक असर डालें।
राजनीतिक हलचल तेज़
इस बैठक से पहले राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाज़ार गर्म है। विपक्ष का कहना है कि सरकार सिर्फ दिखावटी फैसले ले रही है, जबकि सरकार का दावा है कि वह ठोस कदम उठाने वाली है। स्वतंत्रता दिवस से पहले होने वाली इस बैठक को लेकर मीडिया और जनता दोनों की नज़रें टिकी हुई हैं।
सरकारी सूत्रों का संकेत
सरकारी सूत्रों के अनुसार, बैठक में कुछ बड़े और चौंकाने वाले ऐलान हो सकते हैं। हालांकि, आधिकारिक रूप से एजेंडा सार्वजनिक नहीं किया गया है। यह गोपनीयता राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है, ताकि विपक्ष को पहले से तैयारी का मौका न मिले।
जनता की उम्मीदें बढ़ीं
गांव-गांव में यह चर्चा है कि मुख्यमंत्री मान इस बैठक में क्या नया लाने वाले हैं। लोगों को उम्मीद है कि महंगाई पर काबू और रोज़गार के नए अवसर जैसे कदम उठाए जाएंगे। स्वतंत्रता दिवस से पहले अगर कोई बड़ा फैसला आता है, तो उसका सीधा असर चुनावी राजनीति पर भी पड़ सकता है।


