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मोदी के सामने पुतिन का बड़ा बयान, भारत के लिए नहीं रुकेगा तेल, अमेरिका पर अप्रत्यक्ष तंज!

व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय दौरे पर भारत में हैं. शुक्रवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विस्तृत बातचीत के बाद संयुक्त रूप से बयान जारी किया.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे, जहां शुक्रवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विस्तृत बातचीत के बाद संयुक्त रूप से बयान जारी किया. इस दौरान पुतिन ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि रूस भारत को ऊर्जा आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रखेगा. 

डोनाल्ड ट्रंप बना रहे भारत पर दबाव 

उनका यह रुख ऐसे समय में सामने आया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत पर दबाव बना रहे हैं कि वह रूसी तेल की खरीद कम करे. ट्रंप प्रशासन ने तो रूसी तेल आयात पर 25 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाकर कुल टैरिफ को 50 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है, जिससे इस मुद्दे पर तनाव और बढ़ा है.

नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई मुलाकात में पुतिन ने भरोसा दिलाया कि रूस भारत के लिए ऊर्जा क्षेत्र का एक स्थायी और विश्वासपात्र साझेदार बना रहेगा. उन्होंने कहा कि रूस तेल, गैस और कोयले सहित भारत की ऊर्जा सुरक्षा से जुड़े सभी संसाधनों की आपूर्ति करने को तैयार है. पुतिन ने यह भी बताया कि दोनों देश ऊर्जा सहयोग को नई दिशा देने और विभिन्न परियोजनाओं को विस्तार देने पर विचार कर रहे हैं.

पुतिन ने रूस–भारत संबंधों को किया रेखांकित

अपनी बात रखते हुए पुतिन ने रूस–भारत संबंधों की वैश्विक और बहुपक्षीय मंचों पर मजबूती को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स, एससीओ और संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर दोनों देश स्वतंत्र और संतुलित विदेश नीति का समर्थन करते हैं. पुतिन के अनुसार, यही समान सोच दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और वैश्विक व्यवस्था के मूल सिद्धांतों की रक्षा करने के लिए एकजुट करती है.

संयुक्त बयान में पुतिन ने यह भी उल्लेख किया कि रूस भारत के साथ मिलकर नए अंतरराष्ट्रीय परिवहन गलियारों के निर्माण पर काम कर रहा है. इसमें नॉर्थ–साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर जैसी महत्वपूर्ण परियोजना भी शामिल है, जो रूस या बेलारूस से होकर हिंद महासागर के तट तक संपर्क को आसान बनाएगी.

रूस और भारत मिलकर कई योजनाओं पर बढ़ रहे आगे

ऊर्जा सहयोग के साथ-साथ परमाणु क्षेत्र में भी रूस और भारत मिलकर कई योजनाओं पर आगे बढ़ रहे हैं. पुतिन ने जानकारी दी कि दोनों देश भारत में सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के निर्माण में साझेदार हैं, जिसके छह रिएक्टरों में से तीन पहले ही बिजली नेटवर्क से जुड़ चुके हैं.

व्यापारिक रिश्तों पर बात करते हुए पुतिन ने बताया कि बीते वर्ष द्विपक्षीय व्यापार में लगभग 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई, जो करीब 64 अरब डॉलर के स्तर तक पहुंच गई. उन्होंने उम्मीद जताई कि निकट भविष्य में दोनों देश इस आंकड़े को 100 अरब डॉलर तक ले जाने में सक्षम होंगे. पुतिन ने यह भी कहा कि भारत और यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता दोनों देशों के कारोबारी रिश्तों को और मजबूती देगा.

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05 December 2025, 03:51 PM IST

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