"रक्षात्मक नहीं, संजय राउत ने पीएम मोदी की बॉडी लैंग्वेज पर किया तंज"
संजय राउत ने पहलगाम आतंकी हमले में सुरक्षा चूक के बाद अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसा.

शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने की बजाय चुनाव प्रचार और शिखर सम्मेलन में व्यस्तता दिखाई. राउत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की भी मांग की और आरोप लगाते हुए कहा कि कश्मीर में सुरक्षा चूक के लिए वे जिम्मेदार हैं.
राउत का पीएम मोदी पर हमला
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन में आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने की बात की थी, लेकिन राउत के अनुसार, इसके कुछ ही दिनों बाद प्रधानमंत्री मुंबई में बॉलीवुड हस्तियों के साथ नौ घंटे बिताने, बिहार में चुनाव प्रचार करने और केरल में गौतम अडानी के बंदरगाह का उद्घाटन करने में व्यस्त थे. राउत ने कहा कि जब प्रधानमंत्री 'खुश मिजाज' हैं, तो हमें चिंता होती है कि पाकिस्तान को कैसे जवाब दिया जाए.
राउत ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की बॉडी लैंग्वेज से यह नहीं लगता कि वे युद्ध की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के हाव-भाव से ऐसा नहीं लगता कि वे युद्ध की तैयारी कर रहे हैं. राउत ने यह टिप्पणी उस समय की, जब भारत ने चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसियों के साथ नियमित उड़ान अभ्यास और सैन्य अभ्यास किए हैं.
पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम
हालांकि, पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं. इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करना और सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजना शामिल है. प्रधानमंत्री ने आतंकवादी हमले के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकल्प लिया और कहा कि भारत आतंकवादियों का धरती के अंत तक पीछा करेगा.
इस बीच, राउत ने गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में कश्मीर में हुए हर आतंकी हमले और हत्या के लिए शाह जिम्मेदार हैं. प्रधानमंत्री ने उन्हें क्यों बनाए रखा है, यह रहस्य है. उनका इस्तीफा मांगा जाना चाहिए. राउत ने यह भी दावा किया कि शाह ने कश्मीर में सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की है और कहा कि यदि वे कमी स्वीकार करते हैं तो इसके परिणाम भी भुगतने होंगे.
पहलगाम हमले पर बोलने की अनुमति नहीं
राउत ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष को पहलगाम हमले पर बोलने की अनुमति नहीं देगी. उन्होंने कहा कि अगर संसद में चर्चा भी हो जाए तो सरकार विपक्ष को पहलगाम हमले पर बोलने की अनुमति नहीं देगी. दो दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी आतंकवादियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि वे यह न सोचें कि उन्होंने युद्ध जीत लिया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई कायराना हमला करके सोचता है कि यह उसकी बड़ी जीत है, तो एक बात समझ लीजिए, यह नरेंद्र मोदी सरकार है. किसी को बख्शा नहीं जाएगा. इस देश के हर इंच से आतंकवाद को उखाड़ फेंकना हमारा संकल्प है और यह पूरा होगा.


