भारत में सैन्य और आतंकवादी हमलों के जवाब में सुरक्षा अभ्यास, 300 जिलों में शुरू
भारत में पहली बार 300 सिविल डिफेंस जिलों में व्यापक सुरक्षा अभ्यास शुरू हुए हैं. जिनका उद्देश्य नागरिकों को सैन्य या आतंकी हमलों की स्थिति में तैयार करना है.

भारत में बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के बीच, गृह मंत्रालय ने बुधवार को देशभर के करीब 300 'सिविल डिफेंस' जिलों में बड़े पैमाने पर सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने का फैसला लिया है. ये अभ्यास पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव, खासकर पहलगाम हमले के बाद किए जा रहे हैं. इन अभ्यासों का उद्देश्य नागरिकों को सैन्य या आतंकवादी हमलों के दौरान प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित करना है.
इन अभ्यासों में सरकारी और निजी संगठनों के कर्मचारियों, छात्रों, पुलिस और पैरामिलिट्री बलों को भी शामिल किया गया है. ये अभ्यास 1971 के पाकिस्तान युद्ध के बाद पहली बार हो रहे हैं और इनका उद्देश्य नागरिक रक्षा उपायों और रणनीतियों की तैयारियों को परखना है.
क्या है सिविल डिफेंस जिला?
‘सिविल डिफेंस’ जिला वो भौगोलिक क्षेत्र है जहां कोई सशस्त्र बल सुविधा या महत्वपूर्ण सार्वजनिक और आर्थिक संरचनाएं मौजूद हो, जैसे कि तेल रिफाइनरी, परमाणु संयंत्र या सैन्य अड्डे. इन जिलों में अभ्यासों का आयोजन, विशेष रूप से उन स्थानों पर, जो सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील हैं. जैसे कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, परमाणु संयंत्र, सैन्य बेस, रिफाइनरी और जलविद्युत बांध.
गृह मंत्रालय का ये फैसला, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है. खासकर पहलगाम हमले के बाद, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. भारत का आरोप है कि ये हमला पाकिस्तान की गहरी साजिश का हिस्सा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना को कार्रवाई की पूरी स्वतंत्रता दी है, जिससे ये आशंका व्यक्त की जा रही है कि पाकिस्तानी सेना भारतीय शहरों को निशाना बना सकती है.
सुरक्षा अभ्यास में क्या-क्या होगा?
इन सुरक्षा अभ्यासों में नागरिकों को एयर राड अलर्ट, नियंत्रण कक्षों और एयरफोर्स के हॉटलाइन की प्रभावशीलता का परीक्षण किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, नागरिकों को अग्निशमन, आपातकालीन निकासी, और महत्वपूर्ण सेवाओं के संचालन के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा. इन अभ्यासों में प्रमुख स्थानों जैसे पावर प्लांट, कारखाने और सार्वजनिक ढांचे को छिपाने की प्रक्रिया भी शामिल होगी. इनमें से कुछ अभ्यास पहले ही कई जिलों में शुरू हो चुके हैं, जिनमें पुलिस, स्थानीय अधिकारी और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) शामिल हैं.
यूपी, दिल्ली और अन्य राज्यों में सुरक्षा अभ्यास
उत्तर प्रदेश के जम्मू क्षेत्र में स्कूल छात्रों को एयर राड अलर्ट के दौरान सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई. जबकि उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने आग बुझाने का अभ्यास किया. लखनऊ में नागरिक लाइंस क्षेत्र में एयर राड सायरन बजाए गए, जिससे अभ्यास की तैयारी की गई. दिल्ली में पुलिस को नागरिक रक्षा उपायों और आपातकालीन प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी गई. जबकि पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में आतंकवादियों के घुसपैठ की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
मणिपुर और ओडिशा में विशेष तैयारियां
मणिपुर और इम्फाल शहर में ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए, कस्टमाइज्ड फायरफाइटिंग मोटरबाइक का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, ओडिशा के 12 जिलों में सुरक्षा अभ्यास किए जाएंगे, जिसमें पुरी का प्रसिद्ध रथ यात्रा भी शामिल है. बीजेपी ने नागरिकों से इन सुरक्षा अभ्यासों में हिस्सा लेने की अपील की है. पार्टी ने कहा है कि सभी नागरिकों से निवेदन है कि वे अपनी स्थानीयता में आयोजित अभ्यासों में शामिल हों... आपकी भागीदारी से फर्क पड़ेगा.


