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शक्तिकांत दास को पीएमओ में अहम भूमिका, बने प्रधान सचिव-2

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को पीएम का नया प्रधान सचिव-2 बनाया गया है. यह पीएम आफिस में एक महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है. दास, जिनका प्रशासनिक अनुभव व्यापक रहा है. अब सरकार में एक अहम भूमिका निभाएंगे. इस नई जिम्मेदारी के तहत वे नीति निर्माण और प्रशासनिक फैसलों में बड़ा योगदान देंगे. उनकी नियुक्ति को सरकार की रणनीतिक मजबूती से भी जोड़ा जा रहा है.

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

नई दिल्ली. नई दिल्ली. भारतीय रिजर्ब बैंक के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को नरेंद्र मोदी का प्रधान सचिव-2 के तौर पर नियुक्त किया गया है. मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (ACC) ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. उम्मीद है कि वह जल्द ही अपना पद संभाल लेंगे. अधिसूचना के अनुसार, शक्तिकांत दास प्रधानमंत्री के कार्यकाल तक या अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे। इसका मतलब है कि उनकी सेवाएं प्रधानमंत्री की अवधि के अनुसार जारी रहेंगी, जब तक कि सरकार कोई नया निर्णय न ले।

शक्तिकांत दास का अनुभव

शक्तिकांत दास भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी रह चुके हैं। उन्होंने वित्त मंत्रालय में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है और 2018 से भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के रूप में कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में देश की मौद्रिक नीति को मजबूती मिली और आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाया गया।

प्रधान सचिव-2 की भूमिका

प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव-2 के रूप में शक्तिकांत दास की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्हें नीति-निर्माण, प्रशासनिक समन्वय और सरकार की प्रमुख योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस पद पर रहते हुए वे सरकार और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने का कार्य करेंगे।

 सरकार का बड़ा फैसला

दास की नियुक्ति को सरकार के एक बड़े फैसले के तौर पर देखा जा रहा है. उनके पास अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रबंधन का गहरा अनुभव है, जो सरकार की नीतियों को और अधिक प्रभाव बनाने में सहायक होगा. विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशासनिक कार्य जो काफी लंबे से नहीं हो पा रहे थे वह अब तेजी से होंगे. इसके अलावा पीएम को एक अधिक अनुभवी सलाहकार भी मिलेगा.

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22 February 2025, 06:31 PM IST

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