ISS से रवाना हुए शुभांशु शुक्ला, कैलिफोर्निया तट पर मंगलवार को होगी लैंडिंग
शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथी अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में 18 दिन बिताने के बाद सोमवार, 14 जुलाई को भारतीय समयानुसार शाम 4:35 बजे पृथ्वी पर लौटने की यात्रा शुरू कर दी.

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथी अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में 18 दिन बिताने के बाद सोमवार, 14 जुलाई को भारतीय समयानुसार शाम 4:35 बजे पृथ्वी पर लौटने की यात्रा शुरू कर दी. यह दल एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा था. अब से लगभग 22.5 घंटे बाद, यानी मंगलवार दोपहर करीब 3:01 बजे, उनका स्पेसक्राफ्ट अमेरिका के कैलिफोर्निया तट पर ‘स्प्लैशडाउन’ करेगा.
वापसी से पहले शुभांशु शुक्ला (मिशन पायलट), पैगी व्हिटसन (कमांडर), स्लावोज उज्नान्स्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी) ने ड्रैगन ग्रेस अंतरिक्ष यान में प्रवेश किया और अपने विशेष स्पेस सूट पहन लिए. स्पेस स्टेशन से यान को जोड़ने वाला हैच दोपहर 2:37 बजे बंद कर दिया गया था. इसके बाद, सभी यात्रियों ने अंतिम निरीक्षण किया और तय समय पर यान ISS से अलग हो गया.
नासा करेगा मिशन की गतिविधियों का सीधा प्रसारण
इस पूरे मिशन की गतिविधियों का सीधा प्रसारण अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा किया गया. जैसे ही यान अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हुआ, उसके इंजन ने उसे सुरक्षित दूरी तक पहुंचाने के लिए कई चरणों में संचालित किया. इसके बाद वायुमंडल में दोबारा प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की गई. इस दौरान यान का ट्रंक अलग किया गया और हीट शील्ड सक्रिय की गई, जिससे यान 1600°C तक के तापमान को झेलने के लिए तैयार हो गया.
वापसी के दौरान यान को सुरक्षित जमीन पर उतारने के लिए पैराशूट दो चरणों में खुलेंगे. पहले 5.7 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थिरीकरण पैराशूट और फिर लगभग 2 किलोमीटर की ऊंचाई पर मुख्य पैराशूट. सफल लैंडिंग के बाद एक विशेष जहाज स्पेस कैप्सूल को वापस लाएगा. एक्सिओम-4 मिशन की शुरुआत 25 जून को हुई थी, जब फाल्कन-9 रॉकेट फ्लोरिडा से रवाना हुआ था. इस मिशन ने भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष क्षेत्र में चार दशकों बाद नई शुरुआत की.


