कनाडा की सबसे बड़ी सोने की डकैती में सिमरन प्रीत पनेसर का नाम, ईडी ने ली घर की तलाशी
कनाडा में अब तक की सबसे बड़ी सोने की डकैती के मामले में 32 साल के सिमरन प्रीत पनेसर का नाम सामने आया है. हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मोहाली स्थित उनके घर पर छापेमारी की. पनेसर उन नौ संदिग्धों में से एक हैं, जिन पर 22.5 मिलियन डॉलर के सोने की चोरी में शामिल होने का आरोप है.

कनाडा में अब तक की सबसे बड़ी सोने की डकैती के मामले में 32 साल के सिमरन प्रीत पनेसर का नाम सामने आया है. हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मोहाली स्थित उनके घर पर छापेमारी की. पनेसर उन नौ संदिग्धों में से एक हैं, जिन पर 22.5 मिलियन डॉलर के सोने की चोरी में शामिल होने का आरोप है.
जांच में पनेसर की भूमिका
कनाडा के 'द इंडियन एक्सप्रेस' और 'सीबीसी न्यूज: द फिफ्थ एस्टेट' द्वारा की गई एक महीने की संयुक्त जांच में पनेसर का पता चला. पनेसर चंडीगढ़ के बाहरी इलाके में रहते थे और एयर कनाडा में ऑपरेशंस कंट्रोल में एक्टिंग सुपरवाइजर थे. अप्रैल 2023 में, पीयरसन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कार्गो कंपाउंड से 400 किलो सोने की 6,600 छड़ें और लगभग 2.5 मिलियन डॉलर की विदेशी मुद्रा चोरी हो गई थी. इस मामले में पनेसर के शामिल होने के आरोप में कनाडा-व्यापी वारंट जारी किया गया है.
जांच रिपोर्ट के अहम खुलासे
पील रीजनल पुलिस की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि एक एयर कनाडा कर्मचारी ने शिपमेंट की पहचान की और कार्गो सिस्टम में हेरफेर करके कंटेनर को हटा दिया. जांच अधिकारियों ने बताया कि पनेसर इस मामले में "बहुत महत्वपूर्ण" थे और उनका नाम "खाद्य श्रृंखला के शीर्ष पर" था.
शक की सुई पनेसर पर क्यों गई
कनाडा के जांच अधिकारियों को लगता है कि केवल पनेसर के पास शिपमेंट की पहचान करने की पूरी पहुंच थी. डकैती के तुरंत बाद, पनेसर ने हवाई अड्डे के कार्गो टर्मिनल का दौरा कराया, और उनका व्यवहार संदेहास्पद पाया गया. जांच दस्तावेजों में कहा गया है कि पनेसर उस समय पसीने से तर और अस्वस्थ दिखाई दे रहे थे.
कंप्यूटर जांच और चैट ग्रुप
डकैती के बाद, जांच अधिकारियों ने एयर कनाडा के कंप्यूटरों की जांच की और पाया कि पनेसर ने सोने वाले विमान की पहचान की थी और उसकी आवाजाही को ट्रैक किया था. दस्तावेजों के अनुसार, उन्होंने कार्गो सिस्टम में हेरफेर करके कंटेनर को हटाया. इसके बाद, पनेसर ने इसे ट्रैक करना बंद कर दिया.
पनेसर एक चैट ग्रुप का हिस्सा
इसके अलावा, जांचकर्ताओं ने यह भी पाया कि पनेसर एक चैट ग्रुप का हिस्सा थे, जिसमें अरसलान चौधरी और दो अन्य संदिग्ध शामिल थे. इस ग्रुप में 772 कॉल्स और संदेशों का आदान-प्रदान हुआ था. पनेसर ने एक संदिग्ध से एक संदेश प्राप्त किया, जिसमें लिखा था, "मेरे कज़ ने कहा कि उसने कार्गो में ब्रिंक्स डकैती के बारे में सुना है," और पनेसर ने जवाब दिया, "नहीं, ऐसा कुछ नहीं हुआ." डकैती के तीन महीने बाद, पनेसर कनाडा से चले गए थे.


