आतंकियों की दरिंदगी, भारत के खिलाफ नफरत फैलाने की साजिश का कच्चा चिट्ठा
सूत्रों के मुताबिक, 5 फरवरी 2025 को रावलकोट के शहीद साबिर स्टेडियम में कश्मीर सॉलिडेरिटी डे पर एक सम्मेलन हुआ, जिसमें भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए गए. इस बैठक के कुछ ही दिन बाद, 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की योजना इस बार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में बनाई गई थी. यह हमला एक ऐसे मंच से हुआ, जहां लश्कर, जैश और हमास जैसे आतंकवादी संगठनों के बड़े नेता एक साथ मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक, इस सम्मेलन में हजारों की संख्या में लश्कर और जैश के आतंकवादी शामिल थे, जिनमें भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों के नाम भी थे.
5 फरवरी 2025 को रावलकोट के शहीद साबिर स्टेडियम में कश्मीर सॉलिडेरिटी डे के नाम पर एक बड़ा कार्यक्रम हुआ, जिसमें भारत के खिलाफ खुलकर नफरत फैलाई गई. इस सम्मेलन के कुछ ही दिन बाद पहलगाम की बैसरन घाटी में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ.
POK में हमास के आतंकियों का स्वागत
इस कार्यक्रम में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि हमास के आतंकियों को पहली बार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में इस तरह का मंच मिला. हमास के प्रतिनिधि डॉ. खालिद कद्दूमी, जो ईरान (तेहरान) में रहते हैं, इस कार्यक्रम में शामिल हुए. उनके साथ कई अन्य फिलिस्तीनी आतंकियों का भी स्वागत किया गया. इस दौरान हमास के 'अल अक्सा फ्लड ऑपरेशन' को भारत विरोधी जिहाद के रूप में पेश किया गया.
लश्कर-जैश के बड़े कमांडर भी थे शामिल
इस आतंकी सम्मेलन में पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठनों के बड़े नेता भी थे. हाफिज सईद का बेटा मंच पर मौजूद था, मसूद अजहर का भाई तल्हा सैफ, जैश का कमांडर असगर खान कश्मीरी और जैश कमांडर मसूद इलयासी भी इस मीटिंग में शामिल थे. इन सभी ने मिलकर भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए और कश्मीर में बड़े हमलों के लिए उकसाया.
‘कश्मीर को बनाओ गाजा’ की अपील
इस सम्मेलन में कश्मीर को गाजा के जैसा बनाने की अपील की गई. इसे 'जिहाद का अगला मैदान' बताया गया और आतंकियों को भारत में घुसपैठ और हमले के लिए उकसाया गया. इस तरह से हमास, लश्कर और जैश के आतंकवादी एक मंच पर आकर कश्मीर में भारत विरोधी आतंकवाद को और बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे थे. इस सम्मेलन से यह साफ है कि भारत के खिलाफ एक नया ‘आतंकी गठजोड़’ बन रहा है, जिसमें लश्कर, जैश और हमास जैसे संगठन एक साथ मिलकर भारत में आतंक फैलाने की साजिश कर रहे हैं.


