अगले साल तक चीन में नहीं, बल्कि भारत में बनेंगे अमेरिका में बिकने वाले सभी iPhones, जानिए क्यों?
एप्पल अपने उत्पादन को चीन से कम करके भारत में आईफोन निर्माण को बढ़ावा देने की योजना बना रहा है, ताकि 2026 तक अमेरिका में सालाना 60 मिलियन यूनिट्स की आपूर्ति की जा सके, विशेष रूप से बढ़ते व्यापारिक तनाव और टैरिफ के कारण.

एप्पल अपने वैश्विक उत्पादन मॉडल में एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है. कंपनी ने अपने उत्पादन को चीन से कम करने के लिए भारत में आईफोन के निर्माण को बढ़ावा देने की योजना बनाई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल का उद्देश्य अगले साल तक अमेरिका में बेचे जाने वाले सभी आईफोन भारत में बनाए जाने की दिशा में कदम बढ़ाना है. इस फैसले के पीछे चीन पर निर्भरता को कम करने की रणनीति है, विशेष रूप से उस समय जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक टकराव तेज हो गया है.
हाल के सालों में एप्पल ने भारत में अपने उत्पादन के विस्तार के लिए कदम उठाए हैं. इसके प्रमुख विनिर्माण साझेदार फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने इस क्षेत्र में तेजी से अपनी गतिविधियां बढ़ाई हैं. एप्पल का ये कदम भारत को एक प्रमुख वैश्विक तकनीकी निर्माण केंद्र के रूप में उभरने में मदद कर सकता है, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को भी महत्वपूर्ण लाभ हो सकता है.
भारत में आईफोन उत्पादन का विस्तार
एप्पल ने हाल ही में भारत में अपने विनिर्माण कार्यों को तेज किया है. इसकी प्रमुख साझेदार कंपनियां, फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, अब भारत में उत्पादन बढ़ाने के लिए नए उपायों पर काम कर रही हैं. मार्च महीने में फॉक्सकॉन ने 1.31 बिलियन डॉलर के स्मार्टफोन निर्यात किए, जो जनवरी और फरवरी के कुल निर्यात के बराबर था. इसके अलावा, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के आईफोन निर्यात में मार्च महीने में 63% की वृद्धि हुई, जो $612 मिलियन तक पहुंच गया.
अमेरिका में निर्यात बढ़ाने की दिशा में कदम
एक रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल ने इस महीने के शुरुआत में ही भारत से अमेरिका में बने आईफोन का निर्यात तेज किया, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी उत्पादों पर लगाए गए नए टैरिफ के बाद. ये कदम अमेरिकी बाजार में चीनी निर्मित उत्पादों पर बढ़े हुए आयात शुल्क से बचने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
भारत में आईफोन उत्पादन का लक्ष्य: 60 मिलियन यूनिट्स
एप्पल का लक्ष्य भारत में अपने आईफोन उत्पादन को दोगुना करना है ताकि 2026 तक अमेरिका में सालाना 60 मिलियन यूनिट्स की आपूर्ति की जा सके. कंपनी ने चीन में अपने उत्पादन लाइन को दो दशकों में परिपूर्ण किया था, लेकिन बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और बढ़ते टैरिफ के कारण अब एप्पल अपने उत्पादन को विविध बनाने की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है.


