शाबाश बेटे, तुम्हारा चित्र मिल गया... PM को देख भावुक हुआ बच्चा, बोले मोदी- बेटा मैं तुझे जरूर चिट्ठी लिखूंगा
PM मोदी ने गुजरात के भावनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए 2047 तक भारत को आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि भारत को चिप और शिप जैसे क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए. मोदी ने कांग्रेस की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी वजह से भारत की असली क्षमता का दोहन नहीं हो सका. प्रधानमंत्री ने भारत के सामर्थ्य को दुनिया के सामने लाने की आवश्यकता पर जोर दिया.

PM Modi Visit Gujrat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात के भावनगर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान एक छोटे बच्चे द्वारा लाए गए प्रधानमंत्री के चित्र को देख प्रधानमंत्री मोदी ने उसे लेकर उसकी तारीफ की। बच्चे की आंखों में आंसू देखकर प्रधानमंत्री ने उसे ढांढस बंधाया और उसे आश्वासन दिया कि अगर चित्र पर उसका पता लिखा होगा, तो वह उसे पत्र लिखेंगे। प्रधानमंत्री के इस संवेदनशील व्यवहार ने सबका ध्यान खींचा और बच्चे को राहत मिली।
2047 तक भारत को आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता
#WATCH | Bhavnagar, Gujarat | A child gets emotional after PM Modi acknowledges the portrait he brought as a gift for PM Modi
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/tSHiub3zpr— ANI (@ANI) September 20, 2025
कांग्रेस द्वारा भारत की क्षमता का उपेक्ष
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने हमेशा भारत की सामर्थ्य को नकारा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीतियों के कारण भारत को वह सफलता नहीं मिल पाई, जिसका वह हकदार था। मोदी ने कांग्रेस के शासनकाल में लाइसेंस-कोटा राज और आयात आधारित नीतियों की आलोचना की, जिससे भारत के युवाओं का भविष्य संकट में पड़ा। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस ने देश को वैश्विक बाजार से अलग कर दिया और भ्रष्टाचार की वजह से भारत की असली ताकत को उभरने से रोका।
भारत में क्षमता की कोई कमी नहीं, लेकिन...
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान देश की ताकत को पहचानने और उसे दुनिया के सामने प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका मानना है कि भारत में क्षमता की कोई कमी नहीं है, बस उसे सही दिशा में आगे बढ़ाने की जरूरत है। इस जनसभा के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल गुजरात में बल्कि पूरे देश में आत्मनिर्भरता के महत्व को फिर से रेखांकित किया और अगले कुछ दशकों में भारत को एक सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया।


