नॉलेज : इस राज्य को मिले सबसे ज्यादा भारत रत्न पुरस्कार, बिहार को मिलेगा 5वां भारत रत्न

देश में भारत रत्न देने की शुरुआत साल 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने की थी. 1954 में पहली बार तीन लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. 1955 में मरणोपरांत किसी को भारत रत्न देने का प्रावधान जोड़ा गया था.

Pankaj Soni
Pankaj Soni

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को कल यानी 26 जनवरी को मरणोपरांत भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे. देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने के ऐलान किए जाने के अगले दिन यानी 24 जनवरी को ही जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती थी. कर्पूरी ठाकुर भारत रत्न से सम्मानित किए जाने वाले बिहार के चौथे शख्स हैं. देश में अगर हम यह देखें कि किस राज्य के लोगों को सबसे ज्यादा भारत पुरस्कार मिले तो उत्तर प्रदेश इस सूची में शीर्ष स्थान पर है. यूपी के नौ लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है.

देश में भारत रत्न देने की शुरुआत साल 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने की थी. 1954 में पहली बार तीन लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. 1955 में मरणोपरांत किसी को भारत रत्न देने का प्रावधान जोड़ा गया था. पिछले 70 सालों में 49 लोगों को को यह सम्मान दिया जा चुका है. देश के केवल 12 राज्य ऐसे हैं, जिनके हिस्से में भारत रत्न पाने का सौभाग्य आया है. जबकि वर्तमान में 28 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं. यानी ज्यादातर राज्यों को अभी भी यह सम्मान नहीं मिल पाया है. विडबंना है कि क्षेत्रफल के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान भी इससे वंचित रहा है. उसके अलावा अगर अन्य राज्यों की बात की जाए तो हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, केरल, झारखंड और छत्तीसगढ़ को भी देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान अभी तक नहीं मिला है. नार्थ-ईस्ट में केवल असम ही ऐसा राज्य है जिसके खाते में एक भारत रत्न है.  

किस राज्य के कितने लोगों को मिला भारत रत्न 

उत्तर प्रदेश- 09
तमिलनाडु- 08
महाराष्ट्र- 08
पश्चिम बंगाल- 06
बिहार- 04 
कर्नाटक- 03
गुजरात – 02
तेलंगाना- 01
ओडिशा- 01
पंजाब – 01
मध्य प्रदेश- 01
असम -01
पाकिस्तान -01
साउथ अफ्रीका- 01 

दो विदेशी नागरिक बने भारत रत्न

खान अब्दुल गफ्फार खान एकमात्र पाकिस्तानी और पहले गैर भारतीय थे जिन्हें भारत रत्न सम्मान मिला था. गांधी जी के पदचिह्नों पर चलने के कारण उन्हें फ्रंटियर गांधी और बादशाह खान के नाम से जाना जाता था. उन्होंने 1929 में खुदाई खिदमतगार आंदोलन की शुरुआत की थी. इऩके अलावा दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला भी भारत रत्न से सम्मानित हुए हैं. नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किए गए नेल्सन मंडेला को दक्षिण अफ्रीका का गांधी कहा जाता है. उन्होंने रंगभेद के लिए लड़ाई लड़ी थी.

26 जनवरी को दिया जाता है भारत रत्न 

1954 में ये सम्मान केवल जीवित लोगों को दिया जाता था. लेकिन 1955 में मरणोपरांत भी भारत रत्न दिए जाने का प्रावधान जोड़ा गया. भारत रत्न प्राप्त करने की आधिकारिक घोषणा भारत के राजपत्र में अधिसूचना जारी कर दी जाती है. यह सम्मान 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर दिया जाता है. 

बिहार की इन 4 विभूतियों को पहले मिल चुका है भारत रत्न

इससे पहले भी बिहार की चार विभूतियों को देश का सर्वोच्च सम्मान हासिल हो चुका है. इनमें डॉ. बिधान चंद्र रॉय, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण और उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का नाम शामिल है.

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25 January 2024, 07:18 PM IST

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