जम्मू-कश्मीर में आतंक प्रभावित क्षेत्र में तीन लोगों की हत्या, किशोर भी शामिल
जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ जिले में शनिवार को एक 14 वर्षीय बच्चे सहित तीन नागरिकों के शव बरामद हुए. ये नागरिक तीन दिन पहले आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र से लापता हुए थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, योगेश सिंह, दर्शन सिंह और नाबालिग लड़का वरुण सिंह बुधवार शाम को बिलावर कस्बे में एक विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे थे, तभी वे लापता हो गए.

जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ जिले में शनिवार को एक 14 वर्षीय बच्चे सहित तीन नागरिकों के शव बरामद हुए. ये नागरिक तीन दिन पहले आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र से लापता हुए थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, योगेश सिंह, दर्शन सिंह और नाबालिग लड़का वरुण सिंह बुधवार शाम को बिलावर कस्बे में एक विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे थे, तभी वे लापता हो गए.
लापता लोगों का पता लगाने के लिए सेना और पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया, जिनमें से एक ने दो दिन पहले अपने परिवार से संपर्क किया और बताया कि वे वापस आते समय जंगल में रास्ता भूल गए थे. सूत्रों ने बताया कि हालांकि, उनके शव लोहाई मल्हार इलाके के पास एक जलाशय में ड्रोन के ज़रिए बरामद किए गए. उन्होंने बताया कि उनकी मौत का कारण पोस्टमॉर्टम के बाद ही पता चलेगा. योगेश और दर्शन मरहून के निवासी थे, जबकि वरुण देहोता का निवासी था - सभी बिलावर में.
जम्मू-कश्मीर में तीन लोगों की हत्या
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता आरएस पठानिया ने आतंकवादियों द्वारा "सुनियोजित हत्या" का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "प्रथम दृष्टया, साक्ष्यों से पता चलता है कि यह पूरा सामूहिक हत्याकांड आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिया गया था. एक बात मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि अपराधियों को सजा नहीं मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में आतंकवाद अपने अंतिम चरण में है."
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मुद्दा उठा
भाजपा विधायक सतेश शर्मा ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा, "मैं सदन को तीन लापता नागरिकों के बारे में बताना चाहता हूं. हम सरकार से जवाब चाहते हैं." सूत्रों ने बताया कि इस इलाके में आतंकवादियों की बड़ी मौजूदगी है और पिछले दो सालों में कई आतंकी हमले हुए हैं. पिछले महीने इसी इलाके में दो नागरिक भी मृत पाए गए थे.


