यूक्रेन ने पुतिन के हेलिकॉप्टर को बनाया निशाना, कुर्स्क क्षेत्र में ड्रोन से किया हमला...बाल-बाल बचे राष्ट्रपति
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कुर्स्क क्षेत्र में व्लादिमीर पुतिन के हेलीकॉप्टर पर ड्रोन हमले की कोशिश की गई, जिसे रूसी वायु रक्षा प्रणाली ने समय रहते नाकाम कर दिया. यह हमला एक पूर्व-नियोजित रणनीति माना जा रहा है, जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं. यूक्रेन की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. यह घटना युद्ध की गंभीरता और तकनीकी युद्ध रणनीति की ओर बढ़ते कदम को दिखाती है.

रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से जारी युद्ध के बीच एक नई और बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है. खबर है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हेलीकॉप्टर को उड़ान के दौरान यूक्रेन द्वारा भेजे गए एक ड्रोन से निशाना बनाने की कोशिश की गई. यह हमला रूसी क्षेत्र कुर्स्क के ऊपर उस वक्त हुआ जब राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर रात के समय उड़ान भर रहा था.
रूसी सेना ने समय रहते नाकाम की कोशिश
हालांकि यह प्रयास सफल नहीं हो सका. रूसी सेना ने पहले से ही हाई अलर्ट की स्थिति में रहते हुए ड्रोन को हवा में ही मार गिराया. रक्षा अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन पुतिन के हेलीकॉप्टर की ओर बढ़ रहा था, लेकिन वह उड़ान मार्ग तक पहुंच पाता उससे पहले ही उसे ध्वस्त कर दिया गया. इस घटना में राष्ट्रपति और उनके काफिले को कोई नुकसान नहीं हुआ.
हेलीकॉप्टर मार्ग को बनाया गया निशाना
रूसी वायु रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने इस हमले को एक पूर्व-नियोजित रणनीति करार दिया है. उन्होंने बताया कि हमलावर ड्रोन को उसी मार्ग की ओर भेजा गया था, जहां से राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर गुजर रहा था. यह हमला बेहद सटीक तरीके से पुतिन को लक्ष्य बनाने के उद्देश्य से किया गया था, जिसे सुरक्षा बलों ने समय रहते विफल कर दिया.
जांच में जुटी रूसी सुरक्षा एजेंसियां
इस पूरी घटना के बाद रूसी सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र में जांच शुरू कर दी है. सुरक्षा बल यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यूक्रेनी ड्रोन कैसे कुर्स्क जैसे संवेदनशील इलाके में घुसपैठ कर पाया और क्या यह हमला पुतिन को सीधे निशाना बनाने के लिए था या यूक्रेन की ओर से मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोई रणनीति थी.
यूक्रेनी प्रतिक्रिया पर सस्पेंस
इस हमले को लेकर अभी तक यूक्रेन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. न ही यूक्रेनी सेना ने इस तरह के हमले की पुष्टि की है. हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि इससे पहले भी यूक्रेन ने कई बार रूस के सैन्य ठिकानों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को ड्रोन और मिसाइल हमलों के जरिए निशाना बनाया है.
ड्रोन हमलों में नई रणनीति की झलक
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से यूक्रेन की युद्ध रणनीति में आए बदलाव का संकेत मिलता है. अब लड़ाई सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि दोनों देशों के बीच तकनीक आधारित युद्ध का विस्तार भी देखा जा रहा है. ड्रोन, साइबर हमले और सटीक निशानेबाजी के जरिए दोनों पक्ष एक-दूसरे को दबाव में लाने की कोशिश कर रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती चिंता
पुतिन के हेलीकॉप्टर पर हमले की इस खबर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी चिंतित कर दिया है. यदि यह हमला सफल हो जाता, तो यह युद्ध की दिशा को पूरी तरह बदल सकता था. ऐसे हमलों से यह भी स्पष्ट होता है कि अब नेता भी युद्ध क्षेत्र में पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं.


