जल्द भारत आएंगे अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, ट्रंप के टैरिफ से राहत की उम्मीद
इस महीने, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज भारत आएंगे. दोनों अधिकारी व्यापार और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे. वहीं प्रधानमंत्री मोदी जेडी वेंस के लिए एक निजी रात्रिभोज आयोजित करेंगे. इस दौरे को भारत-अमेरिका संबंधों में नई मजबूती के रूप में देखा जा रहा है. क्या इस यात्रा से दोनों देशों के रिश्ते और भी गहरे होंगे? जानें पूरी खबर में!

US-India Relations: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों में तेजी से वृद्धि हो रही है और इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है. इस महीने, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) माइक वाल्ट्ज भारत का दौरा करेंगे. यह दौरा भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के प्रयासों के साथ मेल खाता है.
भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों को नया मोड़
जेडी वेंस और माइक वाल्ट्ज के भारत दौरे का उद्देश्य व्यापार और तकनीकी क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग को और मजबूत करना है. सूत्रों के मुताबिक, दोनों यात्राओं की योजना 21 से 25 अप्रैल के बीच होने की संभावना है. उपराष्ट्रपति वेंस अपनी पत्नी उषा वेंस के साथ निजी यात्रा पर आएंगे, लेकिन इस दौरान वे भारत के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें भी करेंगे. उषा वेंस के भारत में रिश्तेदार हैं, और इस दौरान परिवार के साथ समय बिताने का उनका भी कार्यक्रम है.
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे विशेष मेहमाननवाजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेडी वेंस और उनकी पत्नी उषा के लिए दिल्ली में एक निजी रात्रिभोज का आयोजन करने की योजना बनाई है. यह एक सौहार्दपूर्ण मुलाकात होगी, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ किया जाएगा. इस यात्रा में उपराष्ट्रपति वेंस का आगरा और जयपुर जाने का भी कार्यक्रम है, जिससे उन्हें भारतीय संस्कृति और इतिहास का अनुभव मिलेगा.
एनएसए माइक वाल्ट्ज का भारत दौरा
वहीं, एनएसए माइक वाल्ट्ज भी इस दौरे पर भारत आ रहे हैं, जहां वे भारत-अमेरिका फोरम में भाग लेंगे. इस फोरम का आयोजन अनंता सेंटर द्वारा किया जाएगा. वाल्ट्ज भारतीय एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा लेंगे, जिनमें दोनों देशों के बीच तकनीकी और सुरक्षा सहयोग पर बातचीत की जाएगी. उनका यह दौरा TRUST के नाम से शुरू हो रहे नए तकनीकी सहयोग कार्यक्रम का हिस्सा होगा.
अमेरिका और भारत के बीच भविष्य की साझेदारी पर फोकस
इस दौरान, भारत और अमेरिका के बीच होने वाली बातचीत में भविष्य के सहयोग के अवसरों पर चर्चा होगी, खासकर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में. दोनों देशों के बीच सुरक्षा, व्यापार, और तकनीकी सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से यह बैठकें आयोजित की जा रही हैं.
अगले दौर के लिए तैयार अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी
इसके अलावा, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के भी आने वाले महीनों में भारत आने की संभावना है. इस यात्रा से पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत यात्रा भी निश्चित हो सकती है. यह शिखर सम्मेलन अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के आम चुनाव के बाद आयोजित किया जाएगा, और इससे दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक अहम कदम होगा.


