5 महीनों के लंबे इंतजार के बाद अभया को मिलेगा इंसाफ? RG Kar रेप-मर्डर केस पर फैसला आज
Verdict on RG Kar rape-murder case: आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर अभया की क्रूरतापूर्वक बलात्कार और हत्या के मामले पर आज सियालदह कोर्ट में फैसला आ सकता है. पांच महीने की लंबी प्रक्रिया के बाद, आरोपी संजय रॉय की सजा पर फैसला सुनाया जाएगा. इस केस ने पूरे बंगाल और देशभर में विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया, और अब लोग बेसब्री से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं.

Verdict on RG Kar rape-murder case: आज पांच महीने के लंबी प्रक्रिया के बाद, कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में हुए रेप और मर्डर केस पर फैसला सुनाया जाएगा. इस मामले में, सभी की नजरें सियालदह कोर्ट पर टिकी हुई हैं. इस भयावह अपराध ने न केवल पश्चिम बंगाल, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, और अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या अभया को इंसाफ मिलेगा?
गौरतलब है कि 9 अगस्त, 2024 को एक युवा प्रशिक्षु डॉक्टर अभया, जो 36 घंटे की शिफ्ट के बाद आराम करने के लिए अस्पताल के सेमिनार हॉल में सोने गई थी, को दरिंदों ने अपनी क्रूरता का शिकार बनाया. उस वक्त के बाद से, अभया की हत्या ने पूरे देश में हंगामा मचाया, और सड़कों पर लोगों ने न्याय की मांग के लिए प्रदर्शन किया. अब, आज इस मामले पर फैसला आ सकता है, जिससे पूरी कहानी का समापन होगा.
सीबीआई ने की कड़ी सजा की मांग
यह मामला जब सीबीआई के पास पहुंचा, तो जांच में यह सामने आया कि आरजी कर अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला थाना के ओसी अभिजीत मंडल भी इस साजिश में शामिल थे. दोनों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन बाद में पर्याप्त सबूतों के अभाव में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. इस मामले में आरोपित नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को घटना के 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया था. अगर रॉय दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें कड़ी सजा मिल सकती है.
सड़कों पर उतरे लोग, न्याय की मांग में उफान
अभया की हत्या के बाद, बंगाल के नागरिक सड़कों पर उतर आए और न्याय की मांग के लिए प्रदर्शन करने लगे. 14 अगस्त को कोलकाता की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें कुछ उपद्रवियों ने अस्पताल पर हमला कर दिया और आपातकालीन विंग में तोड़फोड़ की. इससे आंदोलनकारियों में गुस्सा और बढ़ गया, और छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए. वे घोष को कड़ी सजा देने और कोलकाता पुलिस आयुक्त को हटाने की मांग करने लगे.
अभया के माता-पिता का अविश्वास
अभया के माता-पिता ने जांच में अपनी असहमति जताई और यह आरोप लगाया कि मामला सही तरीके से नहीं जांचा जा रहा है. उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. अब, उनके सवालों का उत्तर सियालदह कोर्ट से ही मिल सकता है, क्योंकि यह मामला पूरी दुनिया की नजर में है.
क्या आज मिलेगा न्याय?
आज, सियालदह कोर्ट में इस केस पर फैसला होगा, और यह देखना बाकी है कि अभया को आखिरकार न्याय मिलेगा या नहीं. देश भर के लोग बेसब्री से इस फैसले का इंतजार कर रहे हैं, और उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी.


