भारत में कब-कब मची भगदड़ और कितनों की गई जान? जानिए बड़े हादसों की पूरी लिस्ट
भीड़ का सैलाब, एक छोटी सी चूक और फिर जो हुआ वो दिल दहला देने वाला था... हाल ही में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और हाथरस के धार्मिक आयोजन में मची भगदड़ ने कई जिंदगियां छीन लीं. लेकिन यह कोई पहली बार नहीं हुआ. देश में इससे पहले भी कई बार ऐसे दर्दनाक हादसे हो चुके हैं, जहां देखते ही देखते सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा बैठे. कभी मंदिर में, कभी रेलवे स्टेशन पर, तो कभी किसी मेले में… आखिर कब रुकेगी यह भयावह घटनाएं? जानिए, भारत में कब-कब और किन जगहों पर हुए हैं ये बड़े हादसे!

India: भारत में हर साल लाखों लोग धार्मिक स्थलों, त्योहारों और अन्य बड़े आयोजनों में इकट्ठा होते हैं. लेकिन कभी-कभी एक अफवाह, सुरक्षा में चूक या भीड़ का अनियंत्रित हो जाना भयावह भगदड़ का रूप ले लेता है. ऐसी घटनाओं में कई बेगुनाह लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक धार्मिक आयोजन में भगदड़ मची, जिसमें 121 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इससे पहले भी भारत में कई ऐसे हादसे हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों लोगों की जान गई है. आइए जानते हैं, भारत में कब-कब और किन जगहों पर हुए ये बड़े हादसे.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़, 18 की मौत
हाल ही में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी भगदड़ का मामला सामने आया. प्रयागराज जाने के लिए ट्रेन पकड़ने पहुंचे यात्रियों की भीड़ अचानक बेकाबू हो गई, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए. यह घटना रेलवे प्रशासन के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है.
प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दौरान हादसा
29 जनवरी 2025 को प्रयागराज के महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के दिन स्नान के लिए उमड़ी भीड़ के दौरान भगदड़ मच गई. इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए.
तिरुपति मंदिर में दर्शन के लिए मची भगदड़
8 जनवरी 2025 को आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में दर्शन पास लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जिसके कारण भगदड़ मच गई. इस हादसे में 6 लोगों की मौत हुई और 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
हाथरस भगदड़: 121 मौतों से दहल उठा देश
जुलाई 2024 में उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के धार्मिक आयोजन में भगदड़ मच गई. हजारों भक्तों की भीड़ में से 121 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए.
वैष्णो देवी मंदिर में नववर्ष के मौके पर हादसा
जनवरी 2022 में जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 12 लोगों की मौत हो गई थी. नववर्ष के मौके पर दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ.
रतनगढ़ मंदिर हादसा: 115 श्रद्धालुओं की मौत
अक्टूबर 2013 में मध्य प्रदेश के रतनगढ़ मंदिर में दुर्गा पूजा के दौरान भगदड़ मच गई. इस हादसे में 115 लोगों की जान चली गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए थे.
महाकुंभ मेले में प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर हादसा
फरवरी 2013 में प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ मेले के दौरान भगदड़ मच गई थी. इसमें 36 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 27 महिलाएं और एक बच्ची शामिल थीं.
कृपालु महाराज के मंदिर में मचा हड़कंप
मार्च 2010 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में कृपालु महाराज के राम जानकी मंदिर में मुफ्त भोजन और कपड़ों के वितरण के दौरान भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में 63 लोगों की मौत हो गई थी.
राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर में भगदड़
सितंबर 2008 में राजस्थान के जोधपुर स्थित चामुंडा देवी मंदिर में नवरात्रि के दौरान मची भगदड़ में 250 लोगों की जान चली गई थी.
हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में भूस्खलन की अफवाह से मची भगदड़
अगस्त 2008 में हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में भूस्खलन की अफवाह फैलने के बाद भगदड़ मच गई. इस हादसे में 145 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे.
महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में 265 लोगों की मौत
जनवरी 2005 में महाराष्ट्र के सतारा जिले के मंधारदेवी मंदिर में भगदड़ के कारण 265 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई थी.
क्या सबक लिया गया?
हर बार भगदड़ के बाद प्रशासन सुरक्षा बढ़ाने के दावे करता है, लेकिन हादसे रुकते नहीं. सवाल यही उठता है कि आखिर कब तक लोग ऐसे ही अपनी जान गंवाते रहेंगे? जरूरत है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि किसी भी आयोजन में भीड़ नियंत्रण बेहतर हो और इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके.


