लंदन में इंजॉय कर रही 'भगोड़ा जोड़ी' ललित-माल्या की कब होगी भारत वापसी? विदेश मंत्रालय ने दिया यह जवाब
ललित मोदी और विजय माल्या के वीडियो के बाद उनकी वापसी का मुद्दा फिर चर्चा में आया. विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार सभी आर्थिक भगोड़ों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है और कानूनी-कूटनीतिक प्रक्रिया के तहत प्रयास जारी हैं.

नई दिल्लीः भगोड़े कारोबारी ललित मोदी और विजय माल्या को भारत वापस लाने का मामला एक बार फिर चर्चा में है. हाल ही में सामने आए एक वीडियो के बाद यह मुद्दा दोबारा सुर्खियों में आ गया, जिसमें दोनों खुद को भारत के सबसे बड़े भगोड़े बताते नजर आए. इस पर विदेश मंत्रालय से सवाल किया गया कि आखिर इन दोनों को भारत लाने में इतनी देरी क्यों हो रही है और सरकार इस दिशा में क्या कदम उठा रही है.
पत्रकार के सवाल पर क्या बोला विदेश मंत्रालय?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक पत्रकार ने सवाल किया कि ललित मोदी द्वारा शेयर किए गए वीडियो से ऐसा लग रहा है कि वे जानबूझकर भारतीय एजेंसियों को उकसा रहे हैं. सवाल यह भी था कि क्या जांच एजेंसियों की तरफ से कोई ढिलाई बरती जा रही है या फिर किसी वजह से मामला अटका हुआ है.
सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई
इस सवाल के जवाब में रणधीर जायसवाल ने साफ कहा कि भारत सरकार सभी भगोड़ों को वापस लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि जो भी भारतीय कानून से भागकर विदेशों में छिपे हुए हैं, उन्हें भारत लाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इस प्रक्रिया में कई देशों के साथ बातचीत और कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार इस मामले में न तो ढीली है और न ही उदासीन.
कानूनी प्रक्रिया की जटिलता
विदेश मंत्रालय के अनुसार, किसी भगोड़े को वापस लाना केवल एक देश का फैसला नहीं होता, बल्कि इसमें अंतरराष्ट्रीय कानून, प्रत्यर्पण संधियां और स्थानीय अदालतों की भूमिका भी होती है. कई मामलों में कानूनी अड़चनें और विदेशी अदालतों में लंबी सुनवाई के कारण प्रक्रिया में समय लगता है. इसी वजह से ललित मोदी और विजय माल्या की वापसी में देरी हो रही है.
#WATCH | Delhi: On being asked about fugitives Lalit Modi and Vijay Mallya, MEA spokesperson Randhir Jaiswal says, "We remain fully committed that people who are fugitives and wanted by law in India, return to the country. For this, we are in talks with several governments and… https://t.co/Qvc71IDLJ7 pic.twitter.com/a8oAmGnXW1
— ANI (@ANI) December 26, 2025
विवाद की वजह बना वीडियो
हाल ही में ललित मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया था, जो विजय माल्या के जन्मदिन की पार्टी का बताया जा रहा है. वीडियो में दोनों हंसते हुए नजर आते हैं और ललित मोदी मजाकिया अंदाज में खुद और माल्या को “भारत के दो सबसे बड़े भगोड़े” कहते हैं. वीडियो के साथ उन्होंने ऐसा कैप्शन भी लिखा, जिससे सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं.
🚨 🇮🇳 UNBELIEVABLE! Embezzler of billions Lalit Modi brags on camera about being India’s top fugitive on the run!
— Uday Singh (@udaysinghkali) December 23, 2025
Vijay Mallya there but stays silent, skipping the shameless tirade.
These audacious criminals must be extradited back to India at any cost! pic.twitter.com/ijeNYZM4wB
सोशल मीडिया पर उभरा आक्रोश
इस वीडियो के सामने आने के बाद आम लोगों में नाराजगी देखी गई. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने सवाल उठाए कि जिन लोगों पर देश के बैंकों का हजारों करोड़ रुपये बकाया है, वे खुलेआम विदेशों में जश्न कैसे मना रहे हैं. इसे भारत की कानूनी व्यवस्था और एजेंसियों के लिए एक चुनौती के रूप में देखा गया.
सरकार का स्पष्ट संदेश
इन सवालों और आलोचनाओं के बीच विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि सरकार किसी भी तरह के दबाव या उकसावे से प्रभावित नहीं होगी. रणधीर जायसवाल ने दोहराया कि भारत सरकार इन भगोड़ों को कानून के दायरे में लाने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है और आने वाले समय में इस दिशा में ठोस नतीजे सामने आएंगे.


