दिल्ली में तीसरी बार बनेगी आप की सरकार या बीजेपी खत्म करेगी सत्ता का सूखा?, क्या कहते हैं फलोदी सट्टा बाजार के ताजा आंकडे़
पहले जहां फलोदी सट्टा बाजार ने आम आदमी पार्टी (AAP) के पक्ष में मजबूत समर्थन की बात की थी, वहीं अब यह अपना रुख बदलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में शिफ्ट हो गया है. ताजा भविष्यवाणी के अनुसार भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. नेताओं के वोट शेयर और जीत हार क भाव ऊपर-नीचे हो रहे हैं.

राजधानी दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान जारी है. सुबह 11 बजे तक 26 प्रतिशत से अधिक वोटिंग हो चुकी है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, एस जयशंकर ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसके साथ ही दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने भी अपने मत का प्रयोग किया. इस बीच दिल्ली के चुनावों को लेकर फलौदी सट्टा बाजार में भी बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है.
पहले जहां फलोदी सट्टा बाजार ने आम आदमी पार्टी (AAP) के पक्ष में मजबूत समर्थन की बात की थी, वहीं अब यह अपना रुख बदलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में शिफ्ट हो गया है. ताजा भविष्यवाणी के अनुसार भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. नेताओं के वोट शेयर और जीत हार क भाव ऊपर-नीचे हो रहे हैं.
दो बार बदला सट्टा बाजार
जब दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था, तब फलोदी सट्टा बाजार ने सत्ताधारी पार्टी के लिए 37-42 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. हालांकि, चुनाव से ठीक पहले सट्टा बाजार ने अपना अनुमान बदल दिया है. अब फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार,AAP को 35-38 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है. कुछ इसी तरह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अनुमान में भी बदलाव किया है. सट्टा बाजार ने पहले बीजेपो को 25 से 30 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. हालांकि, अब इसमें मामूली बढ़त देखी गई है. ताजा अनुमानों के मुताबिक, दिल्ली में बीजेपी को 30-35 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है.
आपको बता दें कि बीजेपी 1993 के बाद से ही दिल्ली की सत्ता से बाहर है और इस बार उसे दशकों पुराना सूखा खत्म करने की उम्मीद है. इसके लिए बीजेपी ने कई बड़ी-बड़ी योजनाओं का ऐलान किया है, क्योंकि उसका मानना है कि क्योंकि उसका मानना है कि हारियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी जन कल्याण योजनाओं के कारण ही मदद मिली.
कांग्रेस के लिए अनुमान में कोई बदलाव नहीं
फलोदी सट्टा बाजार भी मानता है कि इस पूरी चुनावी लड़ाई में कांग्रेस कहीं नहीं है. इसलिए उसने कांग्रेस के लिए अपने अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया. चुनाव की घोषणा के दौरान सट्टा बाजार ने कांग्रेस के लिए सिर्फ तीन सीटें मिलने का अनुमान जताया था, जिसे अब भी उसने बरकरार रखा है.
क्या है फलोदी सट्टा बाजार?
अपने विवादित लेकिन अक्सर सटीक पूर्वानुमानों के लिए जाने जाना वाला, फलोदी सट्टा बाजार जोधपुर से 142 Km दूर थार रेगिस्तान के बफर जोन में फलोदी जिले में है. फलोदी एक ऐसा शांत शहर है, जो नमक और प्लास्टर ऑफ पेरिस के प्रोडेक्शन से जुड़ी इंडस्ट्री के लिए जाना जाता है. भारत में इसे चुनाव से जुड़े सट्टेबाजी के केंद्र के रूप में जाना जाता है, जहां भविष्यवाणियां शायद ही कभी गलत होती हैं.