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400 ड्रोन, 40 मिसाइल...रूस के बदले से दहला यूक्रेन! पुतिन ने बैलेस्टिक मिसाइलों से मचाई ऐसी तबाही, तिलमिलाने लगे जेलेंस्की

2025 में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर 400 ड्रोन और 40 मिसाइलों से हमला किया, जिसमें तीन लोगों की मौत और दर्जनों घायल हुए. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे मानवता पर हमला बताया और निर्णायक अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की मांग की. अब तक मिला वैश्विक सहयोग अपर्याप्त बताया गया है, जबकि युद्ध से यूक्रेन की हालत गंभीर हो चुकी है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

2022 से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध 2025 में और अधिक हिंसक रूप ले चुका है. हाल के घटनाक्रम में रूस ने यूक्रेन के अनेक प्रमुख इलाकों को निशाना बनाते हुए एक साथ सैकड़ों ड्रोन और दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. इस हमले ने यूक्रेन के लिए हालात और भी गंभीर बना दिए हैं.

रूस ने कई शहरों को निशाना

रूस द्वारा किए गए इस हालिया हमले में 400 से अधिक ड्रोन और 40 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें इस्तेमाल की गईं. यूक्रेन के जिन प्रमुख क्षेत्रों पर यह हमला हुआ, उनमें वोलिन, लविवि, टेरनोपिल, कीव, सुमी, पोल्टावा, खमेलनित्सकी, चर्कासी और चेर्निहिव शामिल हैं. यह हमला न केवल सैन्य ठिकानों पर, बल्कि नागरिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी बुरी तरह प्रभावित करता दिखा.

राष्ट्रपति जेलेंस्की का भावुक बयान

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावनात्मक और आक्रोशपूर्ण बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि यूक्रेनी वायुसेना ने कई मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया, लेकिन इसके बावजूद तीन आपातकालीन सेवाकर्मियों की मौत और 49 नागरिकों के घायल होने की पुष्टि हो चुकी है. बचाव और राहत कार्य अभी भी जारी है.

'यह युद्ध अब मानवता का संघर्ष है'

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने बयान में कहा, “रूस अपनी नीति नहीं बदल रहा है और लगातार आम नागरिकों को निशाना बना रहा है. यह युद्ध अब केवल यूक्रेन का नहीं, बल्कि मानवता के अस्तित्व का प्रश्न बन चुका है.” उन्होंने दुनिया के नेताओं से अपील की कि केवल समर्थन देना अब काफी नहीं है, अब समय है निर्णायक कार्रवाई का.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका पर सवाल

यूक्रेन ने बार-बार अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से आग्रह किया है कि वे रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाएं और सैन्य सहायता को तेज़ करें. नाटो, यूरोपीय संघ, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से उम्मीद की जा रही है कि वे राजनयिक और सामरिक दबाव बनाए रखें ताकि रूस बातचीत की मेज पर आए. जेलेंस्की का कहना है कि अब दुनिया की चुप्पी भी एक प्रकार की सहमति बनती जा रही है, जिसे तोड़ना ज़रूरी है.

अब तक मिला समर्थन, लेकिन काफी नहीं

यूक्रेन को अमेरिका की ओर से कई बार सुरक्षा सहायता पैकेज, यूरोपीय देशों से एयर डिफेंस सिस्टम, और नाटो की ओर से सीमा सुरक्षा का सहयोग मिला है. लेकिन फिर भी यूक्रेनी नेतृत्व को लगता है कि यह सहयोग रूस के आक्रामक रवैये के मुकाबले काफी नहीं है.

युद्ध की कीमत: जान, जमीन और जनजीवन

2022 से अब तक इस युद्ध में हजारों लोगों की जान जा चुकी है और लाखों नागरिकों को विस्थापित होना पड़ा है. यूक्रेन की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है और देश का बुनियादी ढांचा बुरी तरह से तहस-नहस हो गया है.

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06 June 2025, 04:53 PM IST

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