‘दलाली’ का खामियाजा: तुर्किए की 6 कंपनियां EU की ब्लैकलिस्ट में
अब तुर्किए को रूस के लिए 'मध्यस्थ' बनने की कीमत चुकानी पड़ रही है. यूक्रेन युद्ध में तटस्थ दिखने की कोशिश के पीछे छिपा समर्थन अब पकड़ में आने लगा है. यूरोपीय यूनियन का 17वां प्रतिबंध पैकेज न केवल रूस की अर्थव्यवस्था को झटका दे रहा है, बल्कि उसके गुप्त साझेदारों को भी उजागर कर रहा है.

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूरोपीय यूनियन (EU) ने रूस पर दबाव बढ़ाते हुए 17वां प्रतिबंधों का पैकेज लागू कर दिया है. इस बार EU ने सिर्फ रूस तक सीमित न रहते हुए उन देशों को भी निशाना बनाया है, जो अप्रत्यक्ष रूप से रूस की सैन्य गतिविधियों में सहयोग कर रहे हैं. इस सूची में तुर्किए की कई कंपनियां प्रमुखता से शामिल हैं, जो प्रतिबंधों को दरकिनार कर रूस की मदद कर रही थीं.
छह कंपनियां सूची में सबसे आगे
EU द्वारा जारी इस नए पैकेज में कुल 31 कंपनियों को शामिल किया गया है, जिनमें 13 कंपनियां रूस से बाहर स्थित हैं. तुर्किए की छह कंपनियां इस सूची में सबसे आगे हैं. इनके अलावा वियतनाम की तीन, यूएई की दो तथा सर्बिया और उज्बेकिस्तान की एक-एक कंपनी को भी प्रतिबंधों की जद में लाया गया है. इससे यह संकेत मिलता है कि अब EU रूस के बाहरी सहयोगियों पर भी कार्रवाई को लेकर गंभीर है.
इस पैकेज का एक और बड़ा पहलू रूस की 'शैडो फ्लीट' यानी ऐसे जहाजों के नेटवर्क पर कार्रवाई है जो प्रतिबंधों के बावजूद गुपचुप तरीके से रूसी तेल की आपूर्ति में लगे थे. EU ने अब 189 और जहाजों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है, जिससे अब तक कुल 342 जहाज प्रतिबंधित हो चुके हैं. इन जहाजों को यूरोपीय बंदरगाहों पर आने या किसी भी तरह की सेवा लेने की अनुमति नहीं होगी.
58 संस्थाओं पर नई पाबंदियां
इसके अलावा, EU ने 17 व्यक्तियों और 58 संस्थाओं पर भी नई पाबंदियां लगाई हैं. इनमें रूस की जानी-मानी शिपिंग कंपनी Volga Shipping भी शामिल है. इन पर अब संपत्ति फ्रीज करने और आर्थिक गतिविधियों में प्रतिबंध जैसी कड़ी कार्रवाइयाँ की जाएँगी. इन प्रयासों का प्रभाव भी दिखने लगा है. रूसी कच्चे तेल की वैश्विक शिपमेंट में 76% की गिरावट दर्ज की गई है.


