पुतिन को बड़ा झटका! कार धमाके में रूसी जनरल की मौत, यूक्रेन पर गया शक
रूस की राजधानी मॉस्को में कार बम धमाके में रूसी सेना के वरिष्ठ जनरल फानिल सरवारोव की मौत हो गई. रूस को हमले के पीछे यूक्रेन की भूमिका पर शक है. घटना ने राजधानी की सुरक्षा और युद्ध के बढ़ते असर पर सवाल खड़े किए.

नई दिल्लीः रूस की राजधानी मॉस्को में सोमवार सुबह हुए एक भीषण कार धमाके ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस हमले में रूसी सशस्त्र बलों के ऑपरेशनल ट्रेनिंग विभाग के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि उनकी कार के नीचे पहले से लगाए गए विस्फोटक उपकरण में धमाका हुआ, जिससे मौके पर ही उनकी जान चली गई. इस घटना के बाद रूस में हड़कंप मच गया है और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं.
हमले के पीछे यूक्रेन कनेक्शन की आशंका
रूस की शीर्ष आपराधिक जांच एजेंसी ‘इन्वेस्टिगेटिव कमेटी’ ने इस हमले की जांच शुरू कर दी है. एजेंसी की प्रवक्ता स्वेतलाना पेट्रेंको ने बताया कि जांच कई पहलुओं से की जा रही है, जिनमें एक अहम एंगल यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों की संभावित भूमिका का भी है. हालांकि, यूक्रेन की ओर से अब तक इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. रूसी अधिकारी इस हमले को सुनियोजित हत्या मान रहे हैं.
क्रेमलिन तक पहुंची सूचना
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इस हमले और जनरल सरवारोव की मौत की जानकारी दे दी गई है. माना जाता है कि सरवारोव राष्ट्रपति पुतिन के करीबी सैन्य अधिकारियों में शामिल थे. रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में बताया कि जनरल सरवारोव ने चेचन्या में संघर्ष के दौरान सक्रिय भूमिका निभाई थी और सीरिया में रूस के सैन्य अभियानों में भी अहम योगदान दिया था.
एक साल में तीसरी बड़ी हत्या
यह घटना इसलिए भी चौंकाने वाली है क्योंकि बीते एक साल में किसी वरिष्ठ रूसी सैन्य अधिकारी की यह तीसरी हत्या है. हाल के महीनों में रूसी सेना से जुड़े कई बड़े नामों को बम धमाकों में निशाना बनाया गया है. इससे पहले जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक, इगोर किरिलोव, सैन्य ब्लॉगर मैक्सिम फोमिन और राजनीतिक विश्लेषक डारिया डुगिना की भी इसी तरह की घटनाओं में मौत हो चुकी है.
यूक्रेन युद्ध के बाद बढ़ी हिंसा
फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से मॉस्को और अन्य रूसी शहरों में हमलों की संख्या बढ़ी है. रूस लगातार आरोप लगाता रहा है कि यूक्रेन उसकी सैन्य और क्रेमलिन समर्थक हस्तियों को निशाना बना रहा है. अप्रैल 2025 में रूसी जनरल स्टाफ के डिप्टी प्रमुख यारोस्लाव मोस्कालिक की भी कार बम धमाके में मौत हो गई थी.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हमले
दिसंबर 2024 में रूसी रेडियोलॉजिकल, केमिकल और बायोलॉजिकल डिफेंस फोर्सेज के प्रमुख इगोर किरिलोव की मॉस्को में एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगाए गए बम से मौत हो गई थी. उस हमले की जिम्मेदारी यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी SBU ने ली थी. वहीं, अप्रैल 2023 में सेंट पीटर्सबर्ग के एक कैफे में हुए धमाके में सैन्य ब्लॉगर मैक्सिम फोमिन की जान गई थी. अगस्त 2022 में अल्ट्रा-नेशनलिस्ट विचारक अलेक्जेंडर डुगिन की बेटी डारिया डुगिना भी कार बम हमले में मारी गई थीं.
रूस की सुरक्षा पर सवाल
जनरल सरवारोव की हत्या ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध अब सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसकी आंच रूस की राजधानी तक पहुंच चुकी है. आने वाले दिनों में इस हमले को लेकर जांच और तेज होने की उम्मीद है, क्योंकि इसके नतीजे रूस की आंतरिक सुरक्षा और युद्ध नीति दोनों को प्रभावित कर सकते हैं.


