हिमाचल के अस्पताल में डॉक्टर और मरीज के बीच चले लात-घूंसे, वीडियो वायरल
हिमाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मरीज और डॉक्टर के बीच हाथापाई हुई. मामला तब बढ़ गया जब उपचार के दौरान दोनों में विवाद हुआ और स्थिति हाथ से निकल गई.

हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (IGMC) में मंगलवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां मरीज और डॉक्टर के बीच हाथापाई हुई. मामला तब बढ़ गया जब उपचार के दौरान दोनों में विवाद हुआ और स्थिति हाथ से निकल गई.
एंडोस्कोपी उपचार के लिए अस्पताल आए थे मरीज
सूत्रों के अनुसार, मरीज अपने एंडोस्कोपी उपचार के लिए अस्पताल आए थे. बेड पर लेटने को लेकर डॉक्टर और मरीज के बीच बहस हुई. इस दौरान मरीज ने डॉक्टर पर लातें मारनी शुरू की और डॉक्टर ने भी प्रतिक्रिया में घूंसे बरसाए. कहा जा रहा है कि डॉक्टर ने मरीज की बेड पर ही पिटाई की.
घटना का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया और इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. वीडियो में आसपास मौजूद लोग बीच बचाव करने की कोशिश करते दिख रहे हैं, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें भी फटकार लगाई. वीडियो की लंबाई केवल 16 सेकंड की है, फिर भी इसने पूरे अस्पताल और स्वास्थ्य प्रणाली में हलचल मचा दी है.
#शिमला में एक टीचर अस्पताल में भर्ती हुआ. भर्ती करने वाले डॉक्टर की ड्यूटी खत्म होने के बाद आए नए डॉक्टर ने नए निर्देश दिए. टीचर पिछले डॉक्टर के निर्देश मान रहा था
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) December 22, 2025
डॉक्टर और टीचर ने आपस में निपटारा कर लिया. इस दौरान जोर जोर से बात की गई
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आईजीएमसी अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. अस्पताल के एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि प्रीमिलरी इनक्वायरी का आदेश दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भी इस मामले का संज्ञान लिया और अस्पताल प्रबंधन को त्वरित जांच का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं स्वास्थ्य संस्थानों की छवि के लिए हानिकारक हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
मरीज के परिवार के सदस्यों ने क्या कहा?
मरीज के परिवार के सदस्यों का कहना है कि डॉक्टर ने उनके साथ बदतमीजी की और मरीज ने इसका विरोध किया. इस विवाद के बाद मरीज के परिजन डॉक्टर को बर्खास्त करने और माफी मांगने की मांग पर अड़े हुए हैं. यदि अस्पताल प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं की, तो वे आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं.
इसके अलावा, मरीज के परिवार ने शिमला के स्थानीय पुलिस थाना में डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस मामले में डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
यह मामला राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में होने वाली सुरक्षा और पेशेवर व्यवहार की समीक्षा की आवश्यकता को उजागर करता है. जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि विवाद किस स्तर तक बढ़ा और किनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


