इजराइल ने बदला मोर्चा, ईरान के बाद इस देश को बनाया निशाना, चारों ओर धुआं ही धुआं
ईरान के साथ तनाव थमने के बाद अब इजराइल ने अपना ध्यान लेबनान की ओर केंद्रित कर लिया है. शुक्रवार को दक्षिण लेबनान में इजराइली वायुसेना द्वारा भारी बमबारी की गई, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया.

ईरान और इजराइल के बीच हाल ही में 12 दिन तक चला टकराव सीज़फायर के बाद शांत हुआ था. इससे उम्मीद जगी थी कि मध्य-पूर्व में हालात थोड़े सामान्य होंगे. लेकिन अब इजराइल ने अपना ध्यान लेबनान की ओर केंद्रित कर दिया है. शुक्रवार को दक्षिण लेबनान में इजराइली वायुसेना ने जबरदस्त हवाई हमले किए, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई.
इलाकों में मंडराते दिखे निगरानी ड्रोन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें कई जोरदार विस्फोटों की आवाज़ें सुनाई दीं और आसमान में इजराइली फाइटर जेट्स की गर्जना महसूस हुई. इसके अलावा, कई इलाकों में निगरानी ड्रोन भी मंडराते देखे गए.
इजराइली सेना का कहना है कि यह हमला हिज़्बुल्लाह की बढ़ती गतिविधियों को रोकने के लिए किया गया. हमले खासतौर पर नबातियाह अल-फौका और इक़लीम अल-तुफ्फाह की पहाड़ियों पर किए गए, जो हिज़्बुल्लाह के सैन्य ढांचे से जुड़े माने जाते हैं.
इजराइल ने दक्षिण लेबनान के माउंट शुकेफ में एक अंडरग्राउंड ठिकाने को भी निशाना बनाया, जो हिज़्बुल्लाह की फायर कंट्रोल और सुरक्षा प्रणाली के संचालन के लिए इस्तेमाल हो रहा था. इजराइल का दावा है कि यह बेस पहले भी उनके हमलों में प्रभावित हुआ था, लेकिन उसका पुनर्निर्माण किया जा रहा था.
नईम क़ासिम का बयान
हिज़्बुल्लाह के डिप्टी चीफ शेख नईम क़ासिम ने एक दिन पहले बयान देते हुए स्पष्ट किया था कि लेबनान किसी विदेशी दबाव या कब्जे को नहीं मानेगा और अपनी सरज़मीं की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगा.
ध्यान देने वाली बात यह है कि 27 नवंबर को हुए सीज़फायर समझौते के बावजूद, इजराइल द्वारा लेबनान में हमले लगातार जारी हैं. गुरुवार को हुए हमले में दो लोगों की जान गई थी और शुक्रवार को फिर से बड़े पैमाने पर बमबारी हुई, जिससे तनाव और अधिक बढ़ गया है.


