जाफर एक्सप्रेस के सभी बंधकों को बचाया गया, 33 बीएलए आतंकवादी मारे गए...27 जवानों की भी मौत

पाकिस्तान में आतंकियों द्वारा हाईजैक की गई जाफर एक्सप्रेस से सभी बंधकों को बचा लिया गया है. इस ऑपरेशन के दौरान 27 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक आतंकी भी मारे गए हैं. ऑपरेशन समाप्त होने के बाद सेना के प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादी सैटेलाइट फोन के ज़रिए अफ़गानिस्तान में अपने आकाओं से लगातार संपर्क में थे, जो हमले के पीछे विदेशी सांठगांठ की ओर इशारा करता है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए)द्वारा बंधक बनाए गए सभी यात्रियों को बचा लिया गया है. इस सैन्य अभियान के दौरान 33 आतंकवादी मारे गए. मंगलवार दोपहर को शुरू हुए इस घेराबंदी में 28 सैनिकों की भी जान चली गई, जिनमें से 27 ट्रेन में यात्रा कर रहे गैर-ड्यूटी कर्मी थे और बचाव के दौरान एक सैनिक की मौत हो गई.

आपको बता दें कि पाकिस्तान में जाफ़र एक्सप्रेस पेशावर से क्वेटा जा रही थी. ट्रेन में सुरक्षाकर्मियों समेत 450 यात्री सवार थे. जब ट्रेन बलूचिस्तान प्रांत के सुदूर बोलन दर्रे के करीब पहुंची तो बीएलए के आतंकियों ने सुरंग में बम बलास्ट कर पटरी को उड़ा दिया और ट्रेन को हाइजैक कर लिया. बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जिम्मेदारी ली और एक वीडियो जारी किया जिसमें विस्फोट और आसपास के पहाड़ी इलाकों से बंदूकधारियों को निकलते हुए दिखाया गया. 

महिलाओं और बच्चों को बनाया ढाल

सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ के अनुसार, आतंकवादियों ने शुरू में महिलाओं और बच्चों सहित यात्रियों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया, जिससे बचाव अभियान में देरी हुई. मंगलवार को लगभग 100 बंधकों को मुक्त कर दिया गया, जबकि बाकी को बुधवार को अंतिम निकासी चरण के दौरान बचाया गया.

सेना, वायुसेना, फ्रंटियर कोर और स्पेशल सर्विसेज ग्रुप के कमांडो द्वारा संचालित इस ऑपरेशन को नागरिकों की और अधिक नुकसान से बचाने के लिए अत्यधिक सावधानी के साथ अंजाम दिया गया. स्नाइपर्स ने सबसे पहले आत्मघाती हमलावरों को मार गिराया, उसके बाद ट्रेन के डिब्बे-दर-डिब्बे की तलाशी ली गई. अधिकारियों ने कहा कि अंतिम हमले के दौरान किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.

सेना ने बताया अफगानिस्तान कनेक्शन

सेना ने कहा कि आतंकवादी सैटेलाइट फोन के ज़रिए अफगानिस्तान में अपने आकाओं से लगातार संपर्क में थे, जो हमले के पीछे विदेशी सांठगांठ की ओर इशारा करता है. सुरक्षा बल इलाके को खाली कराने का अभियान जारी रखे हुए हैं, बम निरोधक दस्ते घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं. अधिकारी उन यात्रियों का पता लगाने का भी काम कर रहे हैं जो इस अफरा-तफरी के दौरान भाग गए थे.

आतंकवादी इस धरती पर बोझ

पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने घेराबंदी को सफलतापूर्वक समाप्त करने और सभी आतंकवादियों को खत्म करने के लिए सेना की प्रशंसा की. उन्होंने हमले को \दुखद और दिल दहला देने वाली घटना' बताया और महिलाओं और बच्चों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की निंदा की. उन्होंने कहा, "आतंकवादी इस धरती पर बोझ हैं और उनके मददगारों से सख्ती से निपटा जाएगा."

बीएलए सुरक्षा कर्मियों और जातीय समुदायों को निशाना बनाकर किए गए हमलों की एक श्रृंखला के पीछे रहा है, जिन पर बलूचिस्तान के संसाधनों का दोहन करने का आरोप है. सेना ने चेतावनी दी है कि ट्रेन पर हमला रणनीति में बदलाव का संकेत है और इसमें शामिल सभी लोगों को पकड़ने की कसम खाई है.

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13 March 2025, 06:52 AM IST

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