संभल में होली से पहले प्रशासन ने कसी कमर, मस्जिदों को तिरपाल से ढका
संभल प्रशासन ने होली पर सुरक्षा बढ़ाते हुए जुलूस मार्ग पर स्थित दूसरे संप्रदाय के धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढकने का फैसला लिया हैं. इसके साथ ही, 1,015 लोगों की एहतियातन हिरासत में लिया हैं. प्रशासन ने जिले को विभिन्न सेक्टरों में बांटकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने की तैयारी की है. हाल ही, चल रहे मंदिर-मस्जिद विवाद के चलते माहौल संवेदनशील बना हुआ है, जिससे प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है.

संभल प्रशासन ने होली के मौके पर सुरक्षा व्यव्सथा को कड़ा कर दिया है. शांति बनाए रखने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं, जिसमें जुलूस मार्ग में स्थित धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढकने का फैसला शामिल है. इस कदम का उद्देश्य किसी भी संभावित विवाद या अप्रिय घटना को रोकना है. स्थानीय समुदायों के साथ बातचीत कर इस फैसले को लागू किया गया है.
सुरक्षा व्यवस्था के तहत 1,000 से ज्यादा लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है. प्रशासन ने जिले को कई सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा रणनीति तैयार की है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके.
होली जुलूस मार्ग पर धार्मिक स्थलों को ढका
संभल के कई प्रमुख मस्जिदों, जिनमें जामा मस्जिद भी शामिल है, इन स्थलों को तिरपाल से ढक दिया गया है. इसे लेकर, अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने बताया कि होली जुलूस मार्ग पर पड़ने वाले 10 धार्मिक स्थलों को ढका जा रहा है. ये फैसला दोनों पक्षों की आपसी सहमति से लिया गया है.
संभल में सुरक्षा चाक-चौबंद
जिला प्रशासन ने 1,015 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया है. उप जिलाधिकारी (एसडीएम) डॉ. वंदना मिश्रा ने बताया कि इन सभी लोगों को दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 126 और 135 के तहत हिरासत में लिया गया है. इससे कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी. प्रमुख धार्मिक स्थलों पर लेखपालों की तैनाती की गई है और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए जिले को कई अलग-अलग सेक्टरों में बांटा गया है.
मंदिर-मस्जिद विवाद और प्रशासन सतर्क
संभल में हाल ही में एक धार्मिक स्थल को लेकर विवाद बढ़ा है, जहां एक मस्जिद की जगह को लेकर विवाद खड़ा हो गया. कहा जाता है कि ये मस्जिद एक पुराने विष्णु मंदिर की जगह पर बनाई गई थी. इस मुद्दे पर कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे कराया गया, जिससे विवाद को और गहरा गया. वहीं, प्रशासन ने स्थानीय समुदायों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है. पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है.