अमेरिका का खतरनाक लेजर हथियार HELIOS, ड्रोन को कर देगा चुटकी में नष्ट!
अमेरिका ने अपने सबसे ताकतवर लेजर वेपन HELIOS की तस्वीरें जारी की हैं, जो पलक झपकते ही ड्रोन और मिसाइलों को राख कर सकता है! यह बिना गोला-बारूद के लगातार फायर कर सकता है, जिससे युद्ध की रणनीति बदल सकती है.लेकिन सवाल ये है – क्या ये हथियार नई जंग का संकेत है? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें!

America Powerful HELIOS: अमेरिका ने हाल ही में अपने सबसे ताकतवर लेजर हथियार HELIOS का परीक्षण किया और इसकी फायरिंग की क्लासीफाइड तस्वीरें भी जारी की हैं. यह हथियार अमेरिकी युद्धपोत USS Preble से लॉन्च किया गया था और इसे खासतौर पर दुश्मन के ड्रोन और निगरानी सेंसर को नष्ट करने के लिए बनाया गया है. HELIOS की ताकत देखकर दुनियाभर के सैन्य विशेषज्ञ चौंक गए हैं, क्योंकि यह हथियार बिना किसी भारी गोला-बारूद के बेहद कम खर्च में दुश्मन को ध्वस्त कर सकता है.
कैसे काम करता है HELIOS?
HELIOS का पूरा नाम High Energy Laser with Integrated Optical-Dazzler and Surveillance है. इसे Lockheed Martin ने अमेरिकी नौसेना के लिए तैयार किया है. यह लेजर वेपन 60 किलोवाट से 120 किलोवाट तक की ऊर्जा पैदा कर सकता है, जिससे यह किसी भी ड्रोन या छोटे मिसाइल को पलभर में हवा में नष्ट कर सकता है.\
US Navy shows USS Preble’s HELIOS laser weapon in action pic.twitter.com/E33Gqee9gE
— RT (@RT_com) February 3, 2025
इसकी खासियत सिर्फ इतनी ही नहीं है –
दुश्मन के ड्रोन और मिसाइलों को सटीक निशाने से गिरा सकता है.
निगरानी सेंसर को बेअसर कर सकता है.
अंधेरे में भी दुश्मन की हरकतों पर नजर रख सकता है.
कम खर्च में लगातार फायरिंग करने की क्षमता.
HELIOS से लैस पहला अमेरिकी युद्धपोत
USS Preble अमेरिका का पहला युद्धपोत है, जिसे HELIOS से लैस किया गया है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह तब तक फायर कर सकता है, जब तक इसके पास ऊर्जा मौजूद है. इसका मतलब यह है कि पारंपरिक मिसाइल सिस्टम की तरह इसे बार-बार लोड नहीं करना पड़ता, जिससे युद्ध के दौरान यह लगातार दुश्मनों पर हमला कर सकता है.
पहला सफल परीक्षण और बड़ा कदम
HELIOS का पहला समुद्री परीक्षण 2021 में वर्जीनिया के वॉलॉप्स द्वीप पर हुआ था. हाल ही में अमेरिकी CCM (Center for Countermeasures) ने HELIOS से ड्रोन गिराने की पुष्टि की है. अमेरिकी नौसेना अब इस हथियार को अपने अन्य युद्धपोतों में भी शामिल करने की योजना बना रही है, जिससे अमेरिका की समुद्री सुरक्षा पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत हो जाएगी.
अमेरिका की नई ताकत या नई जंग की शुरुआत?
HELIOS ने साबित कर दिया है कि भविष्य के युद्धों में लेजर हथियारों की भूमिका बेहद अहम होगी. हालांकि, सवाल यह भी उठता है कि क्या इससे एक नई हथियारों की दौड़ शुरू होगी? अमेरिका के इस कदम के बाद अब दूसरे देश भी इसी तरह के हथियार विकसित करने की कोशिश कर सकते हैं.
जो भी हो, एक बात तो साफ है – अमेरिका ने अपने HELIOS लेजर वेपन से दुनिया को दिखा दिया है कि उसका सैन्य दबदबा आने वाले समय में और भी मजबूत होने वाला है!