भारत-पाक सीमा पर तनाव बढ़ा, चीन ने पाकिस्तान के पक्ष में बयान किया जारी
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, गुरुवार को इस्लामाबाद में चीन के राजदूत ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से उनके आवास पर मुलाकात की और क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने के नाम पर पाकिस्तान को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.

पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तान ने मई 2025 के लिए कराची और लाहौर के हवाई क्षेत्र को सीमित समय के लिए बंद करने की घोषणा की है. यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों का खंडन किया है.
वैकल्पिक मार्गों से उड़ानें जारी
पाकिस्तान की नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने एक आधिकारिक नोटिस जारी कर बताया कि कराची और लाहौर के हवाई क्षेत्र में 1 से 31 मई तक प्रतिदिन स्थानीय समयानुसार सुबह 4:00 बजे से 8:00 बजे तक उड़ानों पर प्रतिबंध रहेगा. यह निर्णय सुरक्षा कारणों और क्षेत्रीय अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. हालांकि, पाकिस्तान ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस प्रतिबंध से वाणिज्यिक उड़ानों पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि वैकल्पिक मार्गों से उड़ानें जारी रहेंगी.
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए कई कड़े कदम
इससे पहले, भारत ने भी अपनी हवाई सीमा पाकिस्तान के लिए बंद कर दी थी, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र में यह कदम उठाया. इसके अतिरिक्त, दोनों देशों ने अपने-अपने वाणिज्यिक और राजनयिक मिशनों के कर्मचारियों की संख्या में कमी की है और सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल समझौते को निलंबित करना, वाघा-अटारी सीमा को बंद करना और पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश देना शामिल है.
चीन का समर्थन
इस बढ़ते तनाव के बीच, चीन ने पाकिस्तान के साथ अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है. चीन के राजदूत जियांग जैडोंग ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात कर क्षेत्रीय स्थिरता और शांति स्थापना की दिशा में पाकिस्तान का समर्थन करने का आश्वासन दिया है.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर संयुक्त राज्य अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र, दोनों देशों से संयम बरतने और तनाव को कम करने की अपील कर रहे हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दोनों देशों के नेताओं से बात कर शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है.
दोनों देशों के बीच तनाव
इस स्थिति में, दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद, युद्ध की संभावना को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष होता है तो यह क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन सकता है.


