गाजा में अमेरिकी मदद पहुंचते ही गूंजा ‘आई लव यू ट्रम्प’, फिलिस्तीनियों में दिखी राहत
गाजा में अमेरिकी सहायता के पहुंचते ही लोगों में खुशी देखने को मिली. अमेरिका समर्थित गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) द्वारा भेजी गई इस सहायता का लोगों ने खुले दिल से स्वागत किया.

गाजा में अमेरिकी सहायता के पहुंचते ही लोगों की खुशी देखते ही बन रही थी. अमेरिका समर्थित गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) द्वारा भेजी गई इस सहायता का लोगों ने खुले दिल से स्वागत किया. स्थानीय फिलिस्तीनियों ने 'आई लव यू ट्रंप' और 'आई लव यू डोनाल्ड' जैसे नारे लगाए. यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने भी साझा किया.
लंबे इंतजार के बाद गाजा पहुंची सहायता
गौरतलब है कि यह सहायता काफी लंबे इंतजार के बाद गाजा पहुंची है. महीनों तक इस पर रोक लगी रही, जिस दौरान संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में भुखमरी और मानवीय संकट की चेतावनी दी थी. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इज़राइल से आग्रह किया कि वह गाजा में हमास के साथ समझौता करे और बंधकों को रिहा कराए. ट्रुथ सोशल पर उन्होंने लिखा कि गाजा में समझौता करें, बंधकों को वापस लाएं.
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ईरान में युद्धविराम से नए अवसर सामने आए हैं, जिनमें बंधकों की रिहाई भी शामिल है. शिन बेट खुफिया एजेंसी के दौरे पर उन्होंने स्पष्ट किया कि बंधकों की रिहाई और हमास को हराना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा अगवा किए गए लगभग 50 इज़राइली बंधक अब भी गाजा में हैं. एक अधिकारी ने बताया कि बंधकों के परिवार नेतन्याहू के इस रुख का स्वागत कर रहे हैं, जो अब उन्हें प्राथमिकता दे रहे हैं.
युद्धविराम के लिए राजनीतिक साहस दिखाने की अपील
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने GHF की आलोचना की है. उन्होंने इसे असुरक्षित बताते हुए कहा कि यह सहायता नागरिकों को सैन्यीकृत क्षेत्रों में ले जाती है, जिससे जान का खतरा बना रहता है. गुटेरेस ने यह भी कहा कि गाजा में मानवीय प्रयासों को बाधित किया जा रहा है और सहायताकर्मी खुद भूख से जूझ रहे है. उन्होंने युद्धविराम के लिए राजनीतिक साहस दिखाने की अपील की.


