खालिदा जिया के निधन के बाद ही पार्टी में उथल-पुथल शुरु! 9 लोगों को निकाला गया बाहर
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के निधन के बाद BNP पार्टी में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. पार्टी ने सख्त कदम उठाते हुए 9 लोगों को निष्कासित कर दिया.

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख खालिदा जिया का 80 साल की उम्र में 30 दिसंबर 2025 को निधन हो गया. आज 31 दिसंबर को ढाका में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इसी बीच BNP ने एक सख्त कदम उठाया और पार्टी के नौ नेताओं को निष्कासित कर दिया. यह फैसला खालिदा जिया के निधन के ठीक बाद लिया गया, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है.
क्या है निष्कासन की वजह ?
BNP के वरिष्ठ नेता रुहुल कबीर रिजवी ने आधिकारिक बयान जारी कर निष्कासन की घोषणा की. पार्टी का कहना है कि ये नेता लंबे समय से पार्टी अनुशासन का उल्लंघन कर रहे थे. वे BNP के आधिकारिक फैसलों के खिलाफ जाकर स्वतंत्र रूप से संगठनात्मक काम कर रहे थे.
सबसे बड़ी वजह यह है कि कई नेता पार्टी का नामांकन लिए बिना ही स्थानीय या राष्ट्रीय चुनावों में उम्मीदवार बन गए थे. BNP का मानना है कि इससे पार्टी की एकता को नुकसान पहुंचा और अनुशासनहीनता बढ़ी. इसलिए इन्हें प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से हटा दिया दिया.
कौन-कौन से नेता हैं शामिल?
निष्कासित नेताओं में कई प्रमुख नाम हैं. इनमें BNP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अंतरराष्ट्रीय मामलों की सह-सचिव रुमीन फरहाना का नाम सबसे चर्चित है. उनके अलावा कार्यकारी समिति के सदस्य मोहम्मद गियास उद्दीन, शाह आलम, हसन मामून और अब्दुल खालिक भी सूची में हैं. छात्र दल के पूर्व उपाध्यक्ष तरुण डे, जो हिंदू-बौद्ध-ईसाई कल्याण मोर्चा के महासचिव भी हैं, उनको भी बाहर का रास्ता दिखाया गया.
ढाका उत्तर इकाई के पूर्व संयोजक सैफुल आलम, सिलहट जिला के उपाध्यक्ष मामुनुर राशिद और ब्राह्मणबारिया के मेहदी हसन भी निष्कासित हुए है. पार्टी ने साफ कहा कि ये लोग अब BNP का कोई पद नहीं संभाल सकते.
खालिदा जिया का राजनीतिक सफर
खालिदा जिया बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं. उन्होंने 1991-1996 और फिर 2001-2006 तक दो बार देश का नेतृत्व किया. वे पूर्व राष्ट्रपति जनरल जियाउर रहमान की पत्नी थी. BNP की स्थापना भी उनके पति ने की थी. लंबे समय तक वे पार्टी की अध्यक्ष रहीं और विपक्ष की मजबूत आवाज बनी. पिछले कई सालों से वे गंभीर बीमारियों से जूझ रही थीं. कई बार विदेश में इलाज भी कराया गया, लेकिन अंत में वे बच नहीं सकीं.
निधन के बाद का राजनीतिक माहौल
खालिदा जिया के जाने से BNP में नेतृत्व का सवाल फिर उठने लगा है. उनके बेटे तारिक रहमान लंदन में निर्वासन में हैं और पार्टी की कमान संभाल रहे हैं. निष्कासन का यह फैसला पार्टी को एकजुट रखने और अनुशासन बहाल करने की कोशिश माना जा रहा है. बांग्लादेश की मौजूदा राजनीति में BNP और सत्तारूढ़ अवामी लीग के बीच तनाव बना हुआ है.


