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भारत-पाकिस्तान टेंशन के बीच बांग्लादेश का भड़काऊ बयान, नॉर्थ ईस्ट इंडिया पर कब्जे की कहीं बात

भारत-पाक तनाव के बीच बांग्लादेश के रिटायर्ड मेजर जनरल फजलुर रहमान ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जे की भड़काऊ टिप्पणी कर दी है. उन्होंने फेसबुक पोस्ट में चीन के साथ सैन्य सहयोग की वकालत भी की, जिससे भारत-बांग्लादेश संबंधों में नया तनाव पैदा हो गया है.

भारत और पाकिस्तान में चल रहे तनावपूर्ण हालात के बीच बांग्लादेश की ओर से एक चौंकाने वाला और भड़काऊ बयान सामने आया है. जहां एक ओर भारत, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर लगातार कड़ी कार्रवाई कर रहा है. वहीं, दूसरी ओर बांग्लादेश के एक रिटायर्ड मेजर जनरल और वर्तमान में एक जांच आयोग के प्रमुख ने ऐसा बयान दिया है जिससे भारत-बांग्लादेश संबंधों में गंभीर तनाव की स्थिति बन सकती है.

बांग्लादेश के अंतरिम शासन में प्रभावशाली माने जाने वाले सेवानिवृत्त मेजर जनरल ए.एल.एम. फजलुर रहमान ने दावा किया है कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए. ये टिप्पणी उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी है, जिसमें उन्होंने भारत के खिलाफ चीन के साथ सैन्य सहयोग की बात भी कही है.

फजलुर रहमान का विवादित बयान

पूर्व बीडीआर प्रमुख फजलुर रहमान ने फेसबुक पर लिखा- अगर पाकिस्तान भारत पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को भारत के 7 पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए. फजलुर रहमान इस समय बांग्लादेश राइफल्स (BDR) पिलखाना हत्याकांड की जांच कर रहे राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग के अध्यक्ष हैं और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रभावशाली अधिकारी माने जाते हैं. उन्होंने ये भी सुझाव दिया कि इस दिशा में चीन के साथ संयुक्त सैन्य सहयोग की संभावना पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए.

चीन से गठजोड़ की वकालत

फजलुर रहमान के बयान में ये भी स्पष्ट किया गया कि बांग्लादेश को दक्षिण एशिया में अपनी रणनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए चीन जैसे शक्तिशाली देशों के साथ सहयोग को मजबूत करना चाहिए. ये बयान ऐसे समय पर आया है जब कुछ हफ्ते पहले मोहम्मद यूनुस ने भी चीन के अधिकारियों से मुलाकात में बांग्लादेश को दक्षिण एशिया का 'वास्तविक प्रवेश द्वार' बताया था.

भारत के लिए रणनीतिक चिंता

साल 2001 में भारत-बांग्लादेश सीमा पर हुई झड़प में BSF के 16 जवानों की शहादत के दौरान फजलुर रहमान ही बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड्स (BDR) के प्रमुख थे. अब उन्हें सुप्रीम कोर्ट के अपीलीय विभाग के न्यायाधीश के समकक्ष दर्जा प्राप्त है. उनकी वर्तमान भूमिका और सरकार के करीबी रिश्तों ने उनके बयान को और भी संवेदनशील बना दिया है.

2009 के पिलखाना हत्याकांड पर टिप्पणी

फजलुर रहमान ने ये भी कहा है कि उन्होंने 2009 के पिलखाना हत्याकांड की जांच में एक 'गहरी विदेशी साजिश' का पर्दाफाश किया है. उनका कहना है कि इस विद्रोह के पीछे एक सुव्यवस्थित षड्यंत्र छिपा था, जिसे अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर किया जाएगा.

भारत-बांग्लादेश रिश्तों पर असर

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ता से विदाई और मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार के गठन के बाद से भारत-बांग्लादेश संबंधों में अनिश्चितता बढ़ी है. अब रहमान जैसे वरिष्ठ अधिकारी के विवादास्पद बयान ने दोनों देशों के बीच विश्वास की दीवार पर गहरी दरार डाल दी है.

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01 May 2025, 06:05 PM IST

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